विकास का पुराना इतिहास खंगालने में जुटी पुलिस, एनआईए की गिरफ्तारी के बाद सक्रिय हुई अयोध्या पुलिस
पूछताछ के लिए देवगढ़ गांव लाया जा सकता है विकास
अयोध्या: देवगढ़ गांव में रहने वाले विकास सिंह को दिल्ली में एनआईए ने द्वारा गिफ्तार किए जाने के बाद स्थानीय पुलिस भी उसकी पुरानी हिस्ट्री को खंगालने में जुट गई है। छात्र जीवन मे ही इसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हो चुके थे। जयराम की दुनिया में नाम कमाने के लिए इसने श्रीप्रकाश शुक्ला को अपना गुरु बनाया।
साकेत महाविद्यालय में पढ़ाई करने के दौरान 1995 में महामंत्री रहे रामगोपाल मिश्र अन्ना की हत्या मामले में खूब सुर्खियां बटोरी जिसमे श्री प्रकाश शुक्ला ने कॉलेज के ठीक सामने अन्ना को गोलियों से भून दिया था। इसके बाद से ही विकास ने श्री प्रकाश से अपराध की एबीसीडी सीखनी शुरू कर दी।
श्रीप्रकाश के संपर्क में आने के कारण इनके संपर्क देश के बड़े-बड़े बदमाशों से हो गए। राजनीति के सहारे अपने को सुरक्षित करने के लिए इन्होंने जिले के बाहुबली नेताओं का दामन सामने से गुरेज नहीं किया। समाजवादी और भारतीय जनता पार्टी दोनों में काम किया। पिछले विधानसभा चुनाव गोसाईगंज से भाजपा प्रत्याशी के समर्थन के दौरान सपा प्रत्याशी ने मारपीट के मुकदमे दर्ज कराए थे।
♦️ जिले में दर्ज मुकदमों की है लंबी फेहरिस्त
विकास सिंह के ऊपर हत्या हत्या के प्रयास आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट जैसे 20 केस विभिन्न थानों में दर्ज हैं। जैसे थाना राम जन्मभूमि में एक, महाराजगंज में 9 कोतवाली नगर में 7, कोतवाली अयोध्या में दो और गोसाईगंज में एक मुकदमा दर्ज हैं। सूत्रों की माने तो एनआईए को दिल्ली की पटियाला कोर्ट से 5 दिन की कस्टडी रिमांड मिली है। इसके बाद अब जल्द ही इसे पैतृक गांव में लाकर पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े अन्य सबूतों को इकट्ठा करेगी।