Ayodhya: दीपोत्सव के बाद बचे तेल बटोरते नजर आए गरीब..बोले इन्हीं दियों से जलाएंगे दीपक
हर साल इसी तरह की तस्वीर नजर आती है, जब दीपोत्सव के बाद आसपास के गरीब लोग, बुझे दियों से तेल बटोरते देखे जाते हैं।
Ayodhya Deepotsav 2023: किसी ने ठीक ही कहा है, "एक तरफ दिया जले तो दूसरी तरफ दिल" जहां करोड़ों रुपए केवल वर्ल्ड रिकॉर्ड और दुनिया को दिखाने में लुटाए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ देश के गरीब लोग रोटी को तरस रहे हैं। एक तरफ जहां अयोध्या में 22 लाख दियों को जलाकार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया तो वहीं दूसरी ओर उन्हीं बुझे दियों से और उसमें बचे हुए तेलों से आसपास के गरीब लोग तेल बटोरते दिखे।
दीपोत्सव पर जलाए गए थे 22 लाख दिए
आपको बताते चलें कि, 11 नवंबर को छोटी दीपावली के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के सम्मुख अयोध्या स्थित राम की पैड़ी के घाटों पर 22 लाख से अधिक दीप जलाए गए थे, जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। पिछले वर्ष 2022 में जलाए 15.76 लाख दियों से इस बार यह संख्या लगभग 6.47 लाख ज्यादा रही है। सूत्रों के मुताबिक, ड्रोन से की गई दियों की गणना के बाद दीपोत्सव ने ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में नया कीर्तिमान दर्ज किया है।
जानिए अखिलेश यादव ने क्या कहा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिवाली के मौके पर कहा कि, "हमारी तो यही कामना है कि एक ऐसा पर्व भी आए, जिसमें सिर्फ घाट ही नहीं, बल्कि हर गरीब का घर भी जगमगाए।"
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर अखिलेश यादव ने लिखा कि, "दिव्यता के बीच दरिद्रता…जहां गरीबी दीयों से तेल ले जाने के लिए मजबूर करे, वहां उत्सव का प्रकाश धुंधला हो जाता है. हमारी तो यही कामना है कि एक ऐसा पर्व भी आए, जिसमें सिर्फ घाट ही नहीं, बल्कि हर गरीब का घर भी जगमगाए।" अखिलेश ने इस पोस्ट के साथ एक वीडियो भी साझा किया है । जिसमें घाट पर कुछ बच्चे दीयों से तेल निकालकर गैलन और अन्य बर्तनों में भरकर ले जाते दिखाई दे रहे हैं।