Murder Mystery of Sunbeam Student: सवालों के घेरे में सनबीम छात्रा की मर्डर मिस्ट्री, इन सात सवालों का जबाब देगा?
इस ह्रदय विदारक घटना को लेकर पूरा जिला भी स्कूल प्रबंधन को इन्हीं सवालों से घेर रहा है। इन्हीं अनुत्तरित सवालों के जवाब का इंतजार हर एक को है
अयोध्या शहर के सनबीम स्कूल में ग्रीष्मावकाश में छात्रा को विद्यालय में क्यों बुलाया। हादसे की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी। छात्रा उनके साथ कमरे से रोते हुए क्यों निकली। पहले छात्रा के झूले से गिरकर घायल होने की बात क्यों कही।
छात्रा जब प्रधानाचार्य के कमरे से निकली तो अकेले छत पर क्यों जाने दिया गया। यदि स्कूल के कुछ सीसीटीवी कैमरे खराब थे तो उन्हें ठीक क्यों नहीं कराया गया। घायल छात्रा को अस्पताल न ले जाकर निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया।
सुबह नौ बजे की घटना की जानकारी पुलिस को दोपहर तीन बजे मिली। शनिवार सुबह गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने के बाद भी आरोपी या अन्य किसी स्कूल स्टाफ को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया। स्कूल की छत व नीचे जहां छात्रा गिरी, वहां फोरेंसिक जांच न कराना भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
1--सबसे बड़ा सवाल यह है कि प्रधानाचार्या रश्मि भाटिया ने छात्रा के झूले से गिरने का झूठ क्यों, किसलिए और किसके लिए बोला?
2--दूसरा सवाल यह है कि छात्रा के गिरने के बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल के बजाए निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया, वह भी उसरू से छह किलोमीटर दूर नियांवा में?
3--तीसरा सवाल यह है कि प्रधानाचार्या ने छात्रा को छुट्टी में स्कूल क्यों बुलाया.? बंद कमरे में क्या बातचीत की और क्या कहा?
4--चौथा बड़ा सवाल यह है कि छात्रा तीसरी मंजिल से गिरी तो उसे बाहरी हिस्से में दिवार के नजदीक गिरना चाहिए था वह नींव से आठ फिट दूर कैसे गिरी?
5--पांचवा सवाल यह है कि उसके गिरने के 15 मिनट तक स्कूल का कोई भी जिम्मेदार मौके पर क्यों नहीं पहुंचा?
6--छठवां सवाल यह है कि यदि छात्रा ने डिप्रेशन में आत्महत्या की जैसा चर्चा में आ रहा है तो स्कूल जाकर यह कदम काहे उठाया?
7--सातवें सवाल में सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानाचार्या से बातचीत के बाद छात्रा तीसरी मंजिल पर क्यों गई थी, क्या कोई बुला कर ले गया था, यदि हां तो कौन? इसी तरह करीब सोलह सवाल हैं जिनके जवाब के लिए पुलिस और एसओजी स्कूल खंगाल रही है।
सवाल है कि प्रधानाचार्या ने परिवार को तत्काल सूचना क्यों नहीं दी, काहे झूठ बोलतीं रहीं कि झूले से गिर गई, दूर निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया, जहां गिरी खून के निशान क्यों मिटाए गए, स्पोर्ट्स टीचर की बात क्यों छुपाई गई। इस ह्रदय विदारक घटना को लेकर पूरा जिला भी स्कूल प्रबंधन को इन्हीं सवालों से घेर रहा है। इन्हीं अनुत्तरित सवालों के जवाब का इंतजार हर एक को है
सुरेन्द्र प्रताप सिंह अयोध्या समाचार