रामलला की नगरी अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस आचार्य की एक विवादित फोटो वायरल हो रही है, जिसमें वह खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन करते दिख रहे हैं.
परमहंस आचार्य ने खुद अपनी इस फोटो को व्हाट्सएप के माध्यम से वायरल किया है. इसमें वह हाथ में बंदूक व कंधे पर गोलियां लगी बेल्ट को प्रदर्शित करते नजर आ रहे हैं. यह हथियार किसके हैं और परमहंस आचार्य ने कब यह फोटो खिंचाया इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है. इतना ही पता चला है कि किसी और के हथियारों के साथ परमहंस आचार्य ने यह फोटो खिंचवाई है. सार्वजनिक तौर पर हथियारों का प्रदर्शन वैसे ही गैरकानूनी माना जाता है. इस फोटो के वायरल होने के बाद संत की आलोचना शुरू हो गई है.
परमहंस दास के बारे में जानकारी है कि वह अयोध्या की तपस्वी छावनी में बतौर उत्तराधिकारी रहते हैं. उनका नाता मूलतः बिहार से है. इनका बचपन एमपी में बीता. 2009 में अयोध्या आकर उन्होंने महंत नृत्य गोपालदास को अपना गुरू बनाया था. 2012 में तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर सर्वेश्वर दास की महंती के समय ही दीक्षा ली. जिसके बाद उत्तराधिकारी के तौर पर यहीं रहने लगे. सिवाय उत्तराधिकारी के उन पर कोई अन्य पद नहीं है, पर उन्होंने खुद को तपस्वी छावनी का स्वघोषित पीठाधीश्वर और महंत घोषित कर दिया है और नाम के आगे जगतगुरु भी लिखने लगे हैं.