Ayodhya News: शिक्षिका सुप्रिया वर्मा हत्याकांड: पुलिस ने दो मजदूरों को उठाया, पति से की चार बार पूछताछ
अयोध्या कोतवाली अंतर्गत श्रीरामपुरम कॉलोनी में बुधवार को शिक्षिका की दिनदहाड़े हत्या के मामले में पुलिस 24 घंटे बाद भी पसीने बहाने में जुटी है। इस जघन्य हत्याकांड के मामले में पुलिस ने दो मजदूरों को उठाया है और पति से भी पूछताछ की है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। वहीं शिक्षक संगठनों ने खुलासा न होने पर शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय घेराव की चेतावनी दी है।
बता दें कि बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या दौरे के दौरान ही एक गर्भवती शिक्षिका सुप्रिया वर्मा की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को लेकर शिक्षकों और लोगों में उबाल आ गया है। सभी ने घटना की कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुए पुलिस पर शीघ्र खुलासे का दबाव बनाया है। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर लोगों का आक्रोश सामने आया है।
हालांकि 24 घंटे बाद पुलिस कातिलों तक तो नहीं पहुंच सकी है, लेकिन कुछ अहम क्लू उसके हाथ जरूर लगे हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने श्रीरामपुरम कालोनी के मृतक शिक्षिका की मां के निमार्णाधीन मकान के अगल-बगल की गलियों और मुख्य रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज कब्जे में लिए हैं। हालांकि अभी पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा है। फिलहाल अंधेरे में तीर मार रही पुलिस उन सभी पहलुओं पहलुओं पर जांच कर रही है जिन्हें लेकर उसे किसी प्रकार का शक हो रहा है।
▪️चार एंगल पर चल रही पुलिस की तफ्तीश
1-पुलिस की तीन टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही।
2-हत्याकांड के दिन घटनास्थल से गुजरने वालों का ब्यौरा जुटाया जा रहा।
3-एसओजी टीम कॉलोनी में लोगों से पूछताछ कर रही है।
4-शिक्षिका और उसके पति का बैंक ग्राउंड भी खंगाला जा रहा।
▪️मोटिव न क्लीयर होने से उलझी हुई है पुलिस
शिक्षिका की हत्या का मोटिव भी अभी तक क्लीयर नहीं हुआ है। जहां हत्या हुई वहां लूटपाट के भी कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। मौके पर परिस्थितिजन्य ऐसा कोई साक्ष्य भी नहीं मिला है कि पुलिस कोई लाइन निर्धारित कर लेती। जिन दो बिंदुओं पर पुलिस काम कर रही है वह भी केवल संदेह के आधार पर ही है।
शिक्षिका की हत्या में कितने लोग शामिल थे यह भी अभी नहीं क्लीयर हुआ है। शिक्षिका के गले के पीछे एक गहरा वार किया गया, जबकि गले पर एक छोटा वार पाया गया है। इसी के चलते हमलावरों की संख्या का अंदाजा नहीं हो रहा है। मौके पर कोई छीना छपटी और प्रतिरोध के साक्ष्य भी नहीं मिले हैं। हालांकि पुलिस का अंदाजा कम से कम दो हमलावरों का है।
▪️सोशल मीडिया पर भी फूट रहा है गुस्सा
घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा भड़क पड़ा है। लोग पुलिस को ट्रोल कर रहे हैं और कानून व्यवस्था को लेकर घेर रहे हैं। लोगों ने लिखा कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान यदि ऐसी घटना हो सकती है तो सामान्य दिनों की क्या बात की जाए। पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। कुछ मजदूरों को उठाया गया है। सभी पहलू खंगाले जा रहे हैं। शीघ्र ही हमलावर गिरफ्तार किए जाएंगे। – विजय पाल सिंह, एसपी सिटी
सुरेन्द्र प्रताप सिंह अयोध्या समाचार