आवास के बाहर बेसुध पड़ा था मुख्य आरक्षी, डॉक्टर ने किया मृत घोषित
मुख्य आरक्षी के निधन पर पुलिस कर्मियों ने जताया शोक
अयोध्या। पुलिस लाइन में तैनात एक मुख्य आरक्षी की मौत हो गई। वह मूल रूप से मऊ जनपद का निवासी था और लगभग छह माह पूर्व पीएसी से आकर सिविल पुलिस में तैनाती ली थी। मुख्य आरक्षी के निधन पर पुलिस कर्मियों ने शोक जताया है और सरकारी वाहन से शव को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव भेजवाया गया है। बताया गया कि मऊ जनपद के मोहम्मदाबाद गोहना थाना क्षेत्र के गांव अन्नूपार मठिया निवासी 58 वर्षीय नंदू यादव पुत्र शंकर पीएसी में तैनात था।
वर्ष 2020 में शासन की योजना के मुताबिक वह प्रतिनियुक्ति पर सिविल पुलिस में भेजा गया था और उसने 13 अगस्त 2022 को यहां पुलिस लाइन में बतौर मुख्य आरक्षी ड्यूटी ज्वाइन की थी। मुख्य आरक्षी का परिवार गांव पर ही रहता है और वह यहां पुलिस लाइन बैरक में अकेले रहता था। शुक्रवार की देर रात पुलिस लाइन में ही तैनात उपनिरीक्षक अशोक तिवारी ने उसे 9ः30 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया तो इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र वर्मा ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया और शव को मोर्चरी में रखवा पोस्टमार्टम के लिए मेमो नगर कोतवाली को भेजवाया।
चिकित्सक का कहना है कि मुख्य आरक्षी अपने आवासीय बैरक के बाहर बेसुध पड़ा था। वहीं लाने वाले उप निरीक्षक अशोक तिवारी का कहना है कि तबियत खराब होने के चलते बेसुध मुख्य आरक्षी को जिला अस्पताल पहुंचाया। मृतक के चार संताने हैं, तीन लड़कियों में दो की शादी हो चुकी है जबकि एक बेटा व एक बेटी अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
सीओ पुलिस लाइन शैलेंद्र सिंह ने बताया कि ड्यूटी के दौरान अचानक बीमार होने से मुख्य आरक्षी की आसमायिक मौत पर पुलिस परिवार ने शोक जताते हुए शोक संतप्त परिवार के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। पोस्टमार्टम के बाद सरकारी वाहन से शव उसके पैतृक गांव भेजवाया गया है।