यूपी का कौन सा बाहुबली नेता लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर था, सपा विधायक ने खुद किया खुलासा
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के विधायक अभय सिंह का दावा है कि मार्च 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें जान से मारने की सुपारी दी गई थी. इस संदर्भ में अभय सिंह ने कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं. तस्वीरों को लेकर उनका दावा है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे उनके पीछे पड़े हुए थे।
लॉरेंस ग्रुप के अयोध्या कनेक्शन को लेकर यूपी एसटीएफ ने अपनी जांच शुरू कर दी है. अभय सिंह ने बताया कि 26 जनवरी को उन्होंने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को एप्लीकेशन दी थी कि इंद्र प्रताप तिवारी, धनंजय सिंह और विकास सिंह मिलकर उनकी हत्या कराना चाहते हैं. विकास सिंह के यहां बाहरी बदमाश रुके हुए हैं. उस समय प्रशासन ने तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए उनकी सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए थे, जो चुनाव भर उनके साथ रहे. उन्होंने कहा है कि वह मुख्यमंत्री से एसटीएफ जांच की मांग करेंगे.।
सपा के बाहुबली विधायक ने कहा कि चुनाव के दौरान उनके इलाके के दूसरे नेताओं ने उनके मारने के लिए सुपारी दी थी. स्थानीय लोगों ने बताया है कि बाहर के रहने वाले कुछ लोग गांव में रुके हुए हैं, जो उनकी जान ले सकते हैं. इस बारे में उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखा था।
लोकल गांव के लोग बताते थे कि गांव में बाहरी लोग आकर रुके हुए हैं. उनकी बोली-भाषा अलग है. ऐसे में वह कंफर्म थे कि बाहर से आए हुए ये लोग बदमाश हैं और अभय सिंह की हत्या की मंशा से ही आए हैं. वह पंजाब-हरियाणा-बिहार कहीं के भी हो सकते हैं. डीजीपी को लिखे पत्र में भी उन्होंने यह बात लिखी हुई है. चुनाव के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त को भी यह बात बताई गई थी वहीं, तत्कालीन एसएसपी को भी पत्र भेजा गया था.।
चुनाव के पीरियड तक तो यह बदमाश लोग यहीं बने रहे थे. सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें कुछ तस्वीरें मिली थीं, जो यह साबित कर रही थीं. कपिल पंडित, सचिन बिश्नोई, आदि, जो अब पुलिस की पकड़ में हैं, ये सभी लोग उन फोटोज़ में देखे जा सकते थे।
चुनाव के एलान के बाद अयोध्या की गोसाईगंज सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी अभय सिंह और बीजेपी उम्मीदवार के समर्थकों में झगड़ा हो गया था. अभय सिंह का आरोप था कि इस झड़प में गोलियां भी चली थीं. क्या इन्हीं बदमाशों के उन हमलों में शामिल होने की भी आशंका है? इस सवाल पर अभय सिंह ने बताया कि ये बदमाश बिल्कुल उस समय भी वहां रहे होंगे. इस मामले में वह मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि एसआईटी गठित कर के मामले की जांच की जानी चाहिए. अगर बदमाश बाहर आए हैं तो उनपर कार्रवाई होनी चाहिए.।