संसद में पीएम मोदी ने राम मंदिर ट्रस्ट का किया ऐलान तो योगी सरकार ने भी निभाया अपना वादा
अयोध्या के सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड को जमीन देने का फैसला किया गया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के ऐलान के बाद अब योगी कैबिनेट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को जमीन देने का प्रस्ताव पास कर दिया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, अयोध्या के सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड को जमीन देने का फैसला किया गया है.
बुधवार को योगी कैबिनेट में इस पर मुहर लग गई. योगी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार 5 एकड़ जमीन 3 माह के अंदर दिया जाना निर्धारित किया गया था. इसमें भारत सरकार के 3 विकल्पों में शामिल ग्राम धनीपुर, तहसील सोहलावलपुर के थाना रौनाहीपुर मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर पर जमीन मस्जिद के लिए दी जाएगी.
बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए न्यास (ट्रस्ट) बनाने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में की। पीएम ने जानकारी दी कि अयोध्या में अधिग्रहित 67 एकड़ जमीन राम मंदिर ट्रस्ट को दी गई है. उत्तर प्रदेश, अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन देने पर सहमत हो गया है. उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने फैसला राम मंदिर के पक्ष में दिया था. इसने सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने को भी कहा था. आज सुबह, एक बैठक में, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुरूप बड़े फैसले लिए गए हैं.'
न्यास बनाने की घोषणा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी है। योगी ने ट्वीट कर कहा कि प्रभु श्री राम के जन्मस्थान पर एक भव्य मंदिर बनाने के लिए एक स्वायत्त ट्रस्ट का गठन करने के लिये कोटिशः धन्यवाद। 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' ट्रस्ट पूरी तरह स्वतंत्र एवं मंदिर निर्माण से संबंधित सभी निर्णय लेने में सक्षम होगा।