फर्रुखाबाद। कर्ज से दुखी होकर शिक्षामित्र अजीत सोलंकी ने फांसी लगाकर जान दे दी। मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। 45 वर्षीय अजीत सिंह सोलंकी ग्राम लखरौआ निवासी थे। उन्होंने आज सायं गांव के बाहर कश्मीर सिंह यादव के खेत में खड़े बकैने के पेड़ में रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी।
गांव लखरौआ निवासी अजीत सोलंकी (45) प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदाबाद में शिक्षामित्र थे। गांव के बाहर कश्मीर सिंह यादव के खेत में खड़े बकैना के पेड़ पर रस्सी के फंदे अजीत का शव लटकता मिला। ग्रामीणों ने शव लटकते देख परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पत्नी शीला सोलंकी व मां कृष्णा देवी रो-रोकर बेहाल हो गई। पिता कमलनारायण की 15 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। अजीत सोलंकी के चार बच्चों में पुत्र लकी(17), लव(10), पुत्रियां मुस्कान व पलक हैं। इनमें पुत्री मुस्कान की शादी हो चुकी है। पुत्र लव ने बताया पिता मानसिक रूप से परेशान रहते थे। अजीत तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। ग्रामीणों की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए।
ग्रामीणों ने अजीत को लटका देखकर परिजनों को घटना की जानकारी दी। अजीत सिंह प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदाबाद में शिक्षामित्र थे। उनकी मौत पर पत्नी शीला मां कृष्णा देवी आदि परिवार की महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल हो गया। अजीत के 17 वर्षीय पुत्र लकी एवं 10 वर्षीय पुत्र लव तथा दो मुस्कान व पलक दो पुत्रियां हैं मुस्कान की शादी हो चुकी है।
बेटे लव ने मीडिया को बताया पिताजी मानसिक परेशान रहते थे सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। बताया गया कि अजीत पर काफी कर्जा है कर्जदार आए दिन रुपयों को लेकर अजीत को परेशान करते थे।