खागा/फतेहपुर । किशनपुर थाना क्षेत्र के गाजीपुर गांव निवासी वीरेंद्र सिंह का लगभग 14 वर्षीय पुत्र विजय रविवार को घर से पिता को खाना देने खेत के लिये निकला था। जो बीच रास्ते से अचानक गायब हो गया। जिसको स्वजनों ने काफी तलाश की लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा। थक हार कर स्वजनों ने सोमवार को पुलिस को लिखित तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद स्वजन उसकी स्वयं तलाश कर रहे थे। इसी दौरान सोमवार को खाद फेंकने गये एक ब्यक्ति ने गन्ने के खेत मे एक किशोर का शव पड़ा हुआ देखा। जिसने खेत में शव पड़े होने की सूचना अन्य ग्रामीणों को दी। जिसकी खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। घटनास्थल पर शव देखने वाले ग्रामीणों का मजमा लग गया। जहाँ लापता किशोर के पिता भी पहुँचे। जिन्होंने म्रतक की शिनाख्त अपने लापता पुत्र विजय के रूप में की। जिसकी अज्ञात हत्यारे ने गला दबाकर नृशंस हत्या कर दी थी। साक्ष्य छिपाने के लिये शव को गाँव के किनारे स्थित एक खेत मे फेंक दिया था। जिसकी सूचना स्वजनों ने पुलिस को दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। हालांकि घटना के सही कारण समाचार लिखे जाने तक स्पष्ट नहीं हो पाए। जबकि स्वजनों ने गाँव के ही कुछ लोगों द्वारा किशोर की अपहरण के बाद हत्या करने की आशंका जाहिर की है। जिनको पुलिस ने पूछताछ के लिये उठाया है। लापता किशोर की हत्या की खबर लगते ही म्रतक के स्वजनों में कोहराम मच गया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीओ गया दत्त मिश्रा घटनास्थल पर पहुँचे। जिन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर किशनपुर थाना प्रभारी शेर सिंह राजपूत को घटना के शीघ्र खुलासे के निर्देश दिये। मामले के बावत किशनपुर थाना प्रभारी शेर सिंह राजपूत ने बताया कि म्रतक के शव को पीएम के लिये भेजा गया है। घटना की जांच की जा रही है।
स्वजनों ने गाँव के ही कुछ लोगो पर हत्या करने की आशंका जाहिर की थी। जिनको पूछताछ के लिये थाने में बिठाया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। म्रतक के पिता बीरेंद्र यादव ने गाँव के ही सात लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। जिनमें इंद्रजीत पुत्र अमरनाथ, विमल पुत्र इंद्रजीत, रामदत्त पुत्र अयोध्या प्रशाद, जितेंद्र पुत्र रामदत्त, सुरेश पुत्र सत्य नारायण, दिनेश पुत्र अमरनाथ, कमलेश पुत्र गुलाब प्रशाद शामिल हैं।