गौकसी में संलिप्त दो उपनिरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी निलम्बित

Update: 2021-09-11 06:23 GMT

विवेक मिश्र

फ़तेहपुर । जनपद में गौकसी पर लगाम लगाने में स्थानीय स्तर पर पुलिस नाकाम साबित हो रही है जिसका प्रमुख कारण थाना स्तर पर पुलिस का गौतश्करो को संरक्षण देना है। चूंकि गौतश्कर सख्त कानून और सरकार की गौकसी पर सख्ती को देखकर फंसने पर जेल जाने से बचने के लिए मोटा सुविधाशुल्क थाना स्तर पर पुलिस को मुहैय्या करा देते हैं। जिससे या तो स्थानीय पुलिस घटना को दबा देती है या मामला ही पी जाती है।

ऐसा ही एक मामला खखरेरु थाना क्षेत्र के पौली गांव का सामने आया है जहां गौकसी होने के बाद स्थानीय पुलिस आरोपियों को गोमांस सहित थाने पकड़कर लाती है और पूरे मामले को भारी सुविधाशुल्क लेकर पी जाती है। इस मामले की जानकारी एसपी को हुई तो उन्होंने चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर थानाध्यक्ष के खिलाफ जांच बैठा दी है। थानाध्यक्ष दीप नारायण सरोज पर भी निलंबन की कार्रवाई लगभग तय मानी जा रही है।

बता दें कि खखरेरु थाना क्षेत्र का पौली गांव गौकसी को लेकर पूर्व से कुख्यात है। यहां आए दिन गाय का कत्ल करके उसका मांस बिक्री किया जाता है। गुरुवार की रात को भी एक गाय की हत्या कर उसका मांस एक बिल्डिंग मशीन की दुकान पर कटिंग किया जा रहा था। जिसकी जानकारी खखरेरु पुलिस को हुई। पुलिस ने मौके पर छापा डाला तो आधा दर्जन गौकस पुलिस टीम को देखकर भाग निकले मगर हैदर नाम का युवक कटे हुए मांस सहित हत्थे चढ़ गया।

थाने ले जाकर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ कर सभी आरोपियों को रात में उठा लिया। जिसके बाद एक एक को भारी रिश्वत लेकर रात में ही छोड़ दिया। और मौके से मिले गोमांस को मिट्टी में दबा दिया। पूरे मामले को निपटाने की जानकारी भास्कर संवाददाता को मिली तो एसपी राजेश सिंह से इस बाबत जानकारी ली। एसपी ने गम्भीरता दिखाते हुए आनन फानन में प्रकरण की जांच करवाई। जांच के दौरान मामला सही पाया गया।

एसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि उनके कार्यकाल में गौकसी हुई तो सम्बन्धित थानेदार पर कार्रवाई तय है। उन्होंने बताया कि प्रथमदृष्टया मामले में चार पुलिसकर्मियों की संलिप्तता पाई गई है। जिसमे हेड कांस्टेबल मनोज कुमार व कांस्टेबल राजेश तिवारी को निलम्बित कर दिया गया है जबकि दो उपनिरीक्षकों अनीस कुमार सिंह व शमी अशरफ शेख के खिलाफ भी निलंबन की प्रक्रिया प्रगति पर है।

जबकि विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। वहीं थानाध्यक्ष दीप नारायण सरोज की प्रारंभिक जांच व पूरे प्रकरण की जांच सीओ सिटी संजय सिंह को सौंपी गई है। जितने पुलिसकर्मी जांच के दौरान गौकसी के मामले में संलिप्त पाए जाएंगे सभी को निलम्बित किया जाएगा।

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