Fatehpur Breaking News: ओवैसी पागल है उसकी संसद सदस्यता समाप्त कर जेल भेजे : शंकराचार्य

ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर काशी के शंकराचार्य की खरी खरी

Update: 2022-05-21 05:11 GMT

विवेक मिश्र

फतेहपुर । जनपद के गाजीपुर कस्बे के श्री भूमेश्वर बड़े महादेव मंदिर के प्रणव सरोवर में 20 मंदिरों की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर काशी के सुमेरू पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद जी महाराज पधारे। उन्होंने गाजीपुर से फतेहपुर रोड पर स्थित किरन सिंह महाविद्यालय में पहुंचकर वृद्धा आश्रम की जमीन का पूजन पाठ करके उसकी नींव रखी। इस मौके पर वह काशी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर जमकर बोले।

आपको बता दें कि काशी पीठ के स्वामी नरेंद्रानंद जी महाराज का काफिला सर्वप्रथम फतेहपुर जनपद के गाजीपुर रोड पर स्थित किरन सिंह महाविद्यालय पहुंचा जहां उन्होंने वृद्धाश्रम की जमीन की पूजा करके उसकी नींव रखी। यह आश्रम किरन सिंह द्वारा बनवाया जाना है। गाजीपुर कस्बा किरन सिंह की जन्मभूमि है उन्होंने बताया कि जब वह छोटी थी तब से वह सोचती थी कि वह इस क्षेत्र के लिए कुछ करें। उन्होंने बताया कि उनकी एक बुआ ने क्षेत्र में इंटर कॉलेज की स्थापना की थी तब से उनके मन में हमेशा से रहा कि वह अपने जन्म भूमि के लिए कुछ करें। इसीलिए इस क्षेत्र में महाविद्यालय की स्थापना की।

उन्होंने बताया कि मैंने अपने बच्चों को भी ऐसे संस्कार दिए हैं जो कई एनजीओ में काम करके सेवा का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है उनके मन में हमेशा से था कि एक उम्र के बाद जब माता पिता बृद्ध हो जाते हैं और पुत्र उनकी सेवा नहीं करते ऐसे में यह वृद्ध आश्रम ऐसे वृद्ध को लोगों के लिए वरदान साबित होगा।

किरन सिंह महाविद्यालय से निकलकर शंकराचार्य सीधे गाजीपुर कस्बे के भूमेश्वर मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने काशी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले में खास बातचीत की। उन्होंने बताया की तीन दिवसीय सर्वे का कार्य पूरा होने के बाद यह निश्चित हो गया है वजू करने के स्थान पर शिवलिंग मिला है उन्होंने बताया कि साढ़े चार सौ पूर्व बाबर जैसे आक्रांताओ ने हजारों मंदिरों को तोड़कर वहां मस्जिद बनाने का काम किया था जो आप धीरे-धीरे जनता के सामने आ रहा है।

इस मामले में काशी की एक पत्रिका ने 1982 में सभी 28 हजार मंदिरों के स्थानों का प्रान्त जिला व गांव सहित जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि यह देश कानून और संविधान से चलेगा न कि राजनीति से।

उन्होंने कहा कि अदालत के आदेश का पालन शासन व प्रशासन को सख्ती से कराना चाहिए, अन्य मामलों में भी अदालत में सुनवाई चल रही है अदालत का जो निर्णय होगा वह देश की जनता सहर्ष स्वीकार करेगी। ओवैसी पर बोलते हुए काशी के शंकराचार्य ने कहा कि ओवेसी पागल है वह देश में हिंदू मुस्लिम को लड़ाने का काम करता है ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द करके उसे तत्काल जेल भेजना जनहित में आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोई भी मुस्लिम धर्मगुरु बाबर गजनी जैसे आक्रांताओं को अपना आदर्श नहीं मानता है। ताजमहल तेजो महालय है कि नहीं, इस सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा ताजमहल के बीस बाइस दरवाजों में यह रहस्य कैद है जब वह दरवाजे खुलेंगे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा उन्होंने कहा इसके लिए अदालती प्रक्रिया जारी है।

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