जलधारा बांधकर अवैध खनन करने पर लगा पच्चीस लाख का जुर्माना, दर्ज हुई एफआईआर

संयुक्त टीम ने देर रात जांच के दौरान की कार्रवाई, डीएम से अवैध खनन की हुई थी शिकायत

Update: 2021-04-08 06:16 GMT

फ़तेहपुर । जिले की मोरंग खदान अढ़ावल खण्ड 11 में जलधारा से हुए अवैध खनन का एक मामला पहले ही गर्माया हुआ है। जिसमे संयुक्त जांच टीम पर ही पर्यावरण प्रेमी विकास पांडे ने मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं। दूसरी तरफ जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे से जाफरगंज थाना क्षेत्र की बारा खदान में जलधारा बांधने की शिकायत हुई थी जिस पर कठोर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है।

बता दें कि जनपद की खदानो में कई पट्टेधारकों द्वारा लगातार खनन क्षेत्र से हटकर व जलधारा को निशाना बनाया जा रहा है। जिसको अक्सर तहसील क्षेत्र के अधिकारी व विभागीय अधिकारी ब्यक्तिगत लाभान्वित होकर बचाने की कोशिश करते हैं। मगर जिलाधिकारी की सख्ती की वजह से बारा खदान में गई टीम ने पट्टेधारक व फर्म के खिलाफ जांच में अवैध खनन व जलधारा बांधने के साक्ष्य मिलने पर कठोर कार्रवाई की है।

जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम बिंदकी प्रियंका सिंह, खनन निरीक्षक अजीत पांडे, जाफरगंज थानाध्यक्ष राजीव सिंह की संयुक्त टीम बारा खदान बुधवार देर रात पहुंची। जहां पट्टेधारक को जानकारी मिल जाने की वजह से मशीने गायब थीं मगर टीम को अवैध खनन के पर्याप्त साक्ष्य मिले जबकि जलधारा बंधी पाई गई। जिस पर कार्रवाई करते हुए जांच टीम ने पट्टेधारक व उसकी फर्म बामदेव ग्लोबल के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति नुक़सान आदि की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। साथ ही पच्चीस लाख का जुर्माना भी लगाया गया है। जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने बताया कि जलधारा से किसी भी हालत में खनन बर्दाश्त नहीं होगा। पट्टे की शर्तों के नियम विरुद्ध खनन करने पर कार्रवाई की गई है।

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