एसडीएम व सीओ ने पकड़ा मिलावटी तेल का खेल
बाजार में उतरने से पहले 1200 लीटर मिलावटी तेल बरामद
बहुआ/फतेहपुर । बहुआ में शुक्रवार की रात्रि जिला प्रशासन को नकली सरसों का तेल भारी मात्रा में होने की सूचना मिली। जिस पर एसडीएम सदर प्रमोद झा ने तहसीलदार विकाश पाण्डे, सीओ जाफरगंज डी. सी.मिश्रा, सप्लाई स्पेक्टर आशा रामपाल, थाना प्रभारी योगेन्द्र कुमार सिंह के साथ बहुआ कस्बे के एक घर से छापा मारकर 41 गैलेन लगभग 1200 लीटर पामआयल पकड़ा। जबकि दुकानदार को संयुक्त टीम व पुलिस की आने की भनक पहले से लग चुकी थी इसलिए वह मौके से पहले ही फरार हो गया। टीम ने मिलावटी तेल को कब्जे में लेकर खाद्य सेम्पलिंग बिभाग को बुलाकर सैम्पल कलेक्ट कर सील कर दिया।
दरअसल शुक्रवार की रात्रि मुखबिर की सटीक सूचना पर एसडीएम के नेतृत्व में आई संयुक्त टीम ने बहुआ कस्बे के दीपक गुप्ता पुत्र स्व.केदार नाथ गुप्ता के घर से की 41 गैलेन मिलावटी तेल बरामद कर लिया। सूचना दुकानदार को हो जाने के कारण वह कार्रवाई के पहले ही मौके से भाग निकला। पकड़े गए तेल की बाजारू कीमत लगभग 20 लाख आंकी गयी है। बता दें कि मिलावटी तेल कानपुर से आता है, इसमें कुछ केमिकल मिलाकर सरसों के तेल के हूबहू शक्ल में परिवर्तित कर स्थानीय बाजारों में बिक्री के लिए तैयार कर दिया जाता है। इसके लिए राइसब्रान ऑयल व पाम आयल का मिलावटी सरसों का तेल बनाने में उपयोग किया जाता है। मिलावटखोर इन तेलों में रंग, खुशबू और मिर्च का अर्क, सिंथेटिक एलाइल आइसोथायोसाइनेट, प्याज का रस व फैटी एसिड की मिलावट करते है। इसको देखकर लोग असली और नकली का भेद नहीं कर पाते हैं।
डाक्टरों के अनुसार केमिकलयुक्त तेल से लीवर संबंधी रोग की आशंका रहती है। वहीं मिलावटी तेल में मिले हानिकारक तत्व एल्डीहाइट, पालीमर्स आदि बेहद नुकसान देह हैं। पालीमर्स ऐसा तत्व है जो तले जाने के बाद कार्बोहाइड्रेट के साथ मिलकर कैंसर की कोशिकाएं तक विकसित कर सकता है। जबकि फैटी एसिड हृदय की धमनियों में जमता है इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।