किशोर से रेप-हत्या में RSS पूर्व नगर प्रचारक को 16 साल बाद आज सजा, अब तक नहीं मिला लड़के का शव
यूपी के हमीरपुर में कक्षा नौ के छात्र की कुकर्म के बाद हत्या करने वाले आरएसएस के पूर्व नगर प्रचारक पर मंगलवार को दोष सिद्ध हो गया। बुधवार को विशेष न्यायाधीश (डकैती) कोर्ट में सजा सुनाई जाएगी। शहर के हाईप्रोफाइल मामले में 16 साल बाद सजा होगी। घटना में जान गंवाने वाले छात्र का शव आज तक नहीं मिला। उसकी पैंट, डायरी और चप्पलें संघ के प्रेरणाकुंज कार्यालय से घटना के आठ माह बाद आरोपी की निशानदेही पर बरामद हुई थी।
शहर के एक वरिष्ठ अधिवक्ता का नाती 12 दिसंबर 2007 को गायब हो गया था। 13 दिसंबर को उसकी गुमशुदगी कोतवाली में दर्ज हुई थी। इस बीच फिरौती संबंधी फोन कॉल भी आए। 17 दिसंबर को अज्ञात के विरुद्ध अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई। उस वक्त शहर में मामला काफी गरमाया था, वकीलों ने कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन किया था।
तमाम दबाव के बाद एसटीएफ को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया। घटना के आठ माह बाद 22 अगस्त 2008 को पुलिस ने इस प्रकरण में आरएसएस के तत्कालीन नगर प्रचारक हरनाम सिंह सेंगर, सरस्वती विद्या मंदिर के व्यायाम शिक्षक पंकज सिंह औऱ बच्चे के दो साथियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस की जांच में परतें खुलती गईं।
एसटीएफ ने किया खुलासा
जांच में पता चला था कि छात्र को आखिरी बार हरनाम सिंह के साथ देखा गया था। इसी आधार पर पुलिस-एसटीएफ जांच करती रही। 22 अगस्त 2008 को एसटीएफ और पुलिस ने खुलासा करते हुए हरनाम सिंह सेंगर, व्यायाम शिक्षक पंकज सिंह और दो किशोरों को गिरफ्तार किया। सरकारी वकीलों के अनुसार उसी दिन पुलिस ने संघ कार्यालय से गोलू की पैंट, चप्पल और अंग्रेजी की गाइड बरामद की। साइकिल दोनों किशोरों ने सिटी फॉरेस्ट ले जाकर फेंकी थी।