Hathras Police News: हाथरस पुलिस ने विगत 33 वर्षों से पैरोल से फरार ₹25000/- रुपये का इनामिया, दुष्कर्म के मुकदमें में सजायफ्ता को किया गिरफ्तार

अपनी चल-अचल सम्पत्ति बेचकर , दिल्ली में नाम बदलकर कर रहा था कपड़े का व्यापार

Update: 2022-04-11 10:00 GMT

हाथरस:  करीब 36 वर्ष पूर्व सन 1986 में थाना हाथरस जंक्शन पर थानाक्षेत्र के ग्राम रतनगढी निवासी एक व्यक्ति द्वारा तहरीर दी कि उसके ही गांव का निवासी एक व्यक्ति अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी पुत्र यादराम सिंह निवासी ग्राम रतनगढ़ी, थाना हाथरस जंक्शन द्वारा उसकी पोती को बहला-फुसलाकर ले जाकर दुष्कर्म की घटना कारित की गयी है । जिसके सम्बन्ध में परिजनो की प्राप्त तहरीर पर थाना हाथऱस जंक्शन पर मु0अ0सं0 193/1986 धारा 363/366/376 भादवि बनाम नामजद अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी पुत्र यादराम सिंह निवासी ग्राम रतनगढ़ी, थाना हाथरस जंक्शन पंजीकृत किया गया था । जिसमें साक्ष्य के आधार पर पुलिस द्वारा नामजद आरोपी रघुनंदन उर्फ रघुनी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था ।

इसी क्रम में उक्त मुकदमें में माननीय न्यायालय जिला एवं सत्र न्यायधीश जनपद अलीगढ़ द्वारा वर्ष 1987 में साक्ष्यो के आधार पर अभियुक्त रघुनदंन उर्फ रघुनी को सजा सुनाई गई थी । जिसके उपरान्त अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त द्वारा माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज में अपील दाखिल की गयी थी जिसे वर्ष 1989 में माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज द्वारा सशर्त पैरोल पर रिहा किया गया था । वर्ष 1989 से अभियुक्त पैरोल पर जेल से रिहा होने के उपरान्त अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त साक्ष्य एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ तथा अपने निज निवास से चल-अचल सम्पत्ति बेचकर फ़रार हो गया । जिसके उपरान्त अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी की तलाश/गिरफ्तारी हेतु माननीय उच्च न्यायालय, प्रयागराज द्वारा अधिपत्र भी निर्गत किये गये थे ।

एसपी विनीत जायसवाल ने कहा, 


जिसके उपरान्त उक्त प्रकरण में पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा क्षेत्राधिकारी सिकन्द्राराऊ तथा थानाध्यक्ष हाथरस जंक्शन के नेतृत्व में टीमों का गठन कर अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया था तथा एसओजी टीम व सर्विलॉस टीम को भी लगाया गया था । तथा अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा ₹25000/- रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था । जिसके क्रम में टीमो की कड़ी सुरागरसी-पतारसी एवं कई दिनों की अथक मेहनत, इलेक्ट्रानिक सर्विलांस आदि के आधार पर विगत 33 वर्षों पैरोल से फरार ₹25000/- रुपये का इनामिया सजायफ्ता अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी को आज दिनांक 11.04.2022 को थाना हाथरस जंक्शन पुलिस एवं एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में बुराड़ी संतनगर , दिल्ली से गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है ।

अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त वर्ष 1989 में माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज से पैरोल पर बाहर आने के बाद अपना घर, चल-अचल सम्पत्ति बेचकर फरार हो गया था। जिसके उपरान्त अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त के बारे में कोई जानकारी गांव व अन्य लोगो को नही थी। पुलिस द्वारा अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त के ग्राम रतनगढ़ी में जानकारी की गयी तो बताया गया कि अभियुक्त का कुछ पता नही है गांव में आना-जाना नही हुआ, शायद उसकी मृत्यु हो चुकी है । जिसके उपरान्त टीमो की कड़ी सुरागरस-पतारसी व अथक प्रयासोपरान्त जानकारी मिली कि अभियुक्त रघुनंदन उर्फ रघुनी उपरोक्त अपनी चल अचल सम्पत्ति बेचकर अपनी पहचान छुपाकर अपने बच्चों सहित किराये के मकान में बुराड़ी संतनगर, दिल्ली में रह रहा है तथा दिल्ली में ही कपड़े की दुकान पर काम करता है और फ़रार होने की बाद कभी अपने गांव नही लौटा । थाना हाथरस जंक्शन पुलिस द्वारा अभियुक्त को मुखबिर की सटीक सूचना के आधार पर बुराड़ी संतनगर, दिल्ली से गिरफ्तार कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।

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