मिशन-शक्ति फेज-3 अभियान: एसपी ने छात्र/छात्राओं को सुरक्षा सम्बंधी उपाय, हैल्पलाइन और साइबर अपराधो से कैसे बचें किया जागरूक
पुलिस अधीक्षक हाथरस विनीत जायसवाल द्वारा सरस्वती(स्नातकोत्तर) महाविद्यालय हाथरस में कार्यक्रम का आयोजन कर छात्र/छात्राओं को सुरक्षा सम्बंधी उपायों, हैल्पलाइन सेवाओ एवं साइबर अपराधो से बचाव हेतु किया जागरुक-
हाथरस: महिलाओ/बच्चियों के विरुद्ध घटित होने वाले अपराधो एवं उनके उत्पीड़न के रोकथाम हेतु एक समग्र अभियान "मिशन शक्ति फेज-3" चलाया जा रहा है । मिशन शक्ति फेज-3 अभियान के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा थाना कोतवाली हाथरस क्षेत्र के सरस्वती(स्नातकोत्तर) महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अरविन्द कुमार राठी प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली हाथरस एवं उप-प्राचार्य डॉ0 मृदुल दीक्षित , प्रोफेसर डॉ0 स्वतेन्द्र सिंह , असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 आनन्द कुमार चक्रवर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक कुमार व अन्य स्कूल स्टाफ व महाविद्यालय के छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक द्वारा "मिशन शक्ति फेज-3" के अन्तर्गत महिलाओ/बालिकाओ के साथ घटित अपराधो से बचाव के उपाय के सम्बंध में अवगत कराते हुये उनकी रोकथाम व कानूनी प्रक्रिया के तहत विधिक प्रावधान तथा विषम परिस्थितियो में सहायता प्राप्त किये जाने के लिये महिला/बालिकाओं को पम्फलेट्स वितरित कराते हुये सुरक्षा संबंधित सेवाएँ जैसे- यू0पी0-112 नम्बर, वूमेन पावर लाइन 1090,यूपी कॉप एप,181 महिला हेल्प लाइन,1076 मुख्यमंत्री हेल्प लाइन,1098 चाइल्ड हेल्प लाइन,102 स्वास्थ्य सेवा,108 एम्बूलेन्स सेवा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई । साथ ही छात्राओ को सभी सुरक्षा सम्बन्धी सेवाऐ/एप्लीकेशन आदि के बारे में जागरुक किया गया तथा हेल्पलाइन नम्बर का निर्भीक होकर उपयोग करने हेतु प्रेरित किया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा छात्राओं को बताया गया कि आस पड़ोस में या स्वंय के साथ होने वाले अपराध या अपराध की संभावना होने पर संकोच किये बिना निडर होकर अपनी बात पुलिस तक पहुंचाए।
इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं/बालिकाओ को अवगत कराया गया कि थानों में महिलाओं की सुरक्षा/सहायता हेतु एक महिला हैल्पडेस्क बनाया गया हैं, जहाँ पर महिला कर्मी द्वारा महिलाओ की शिकायत सुनी जाती है तथा समय से उनका निस्तारण कराया जाता है । साथ ही पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद में गठित "एंटी रोमियो स्क्वॉयड" टीम के बारे में अवगत कराया गया तथा बताया गया कि सादे वस्त्रों में तथा प्राइवेट वाहनो से सार्वजनिक स्थलो यथा- स्कूल, कालेज व कोचिंग संस्थान के आसपास व ऐसे स्थान जहाँ पर महिलाओ एवं बालिकाओ का अधिकतर आवागमन होता है उनको भौतिक रुप से चिन्हित कर शोहदो/मनचलो के द्वारा Eve Teasing इत्यादि आपत्तिजनक हरकतो को रोकने के उद्देश्य से सघन चैकिंग कर लोगो से पूछताछ की जाती है व अनावश्यक रुप से मौजूद शोहदो/मनचलो को हिदायत दी जाती है ।
इसके उपरान्त पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित छात्र/छात्राओं को साईबर सुरक्षा से सम्बन्धित पैम्फलेट्स वितरित कराकर सभी को साइबर अपराध की जानकारी देते हुये बताया गया कि तकनीकी के विकास के चलते अपराधी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे हैं । आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल फोन व इंटरनेट का प्रयोग कर रहा हैं , इंटरनेट के प्रयोग किये जाने की जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं जिससे प्रत्येक नागरिक को जागरुक होना अत्यन्त आवश्यक है । साथ ही पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सोशल मीडिया के प्रयोग हेतु आवश्यक सुझाव देते हुये बताया कि सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी रखते हुये उसका सुरक्षित प्रयोग करे तथा इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है।
इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म (फेसबुक, व्हाट्सअप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म) के माध्यम से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा महिला के नाम की फर्जी आईडी बनाकर लोगो को फ्रेन्ड रिक्वेस्ट भेजकर मीठी मीठी बातें कर दोस्ती करते है । जिसके उपरान्त व्हाट्स-अप नम्बर लेकर वीडियो कॉल करने के उपरान्त अश्लील वीडिया बनाते है । अश्लील वीडियों अपने फोन में ऑटो प्ले रिकार्ड कर लोगो को ब्लैकमैल कर लगातार लोगो से पैसे की माँग करते है, पैसे न देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती है । ऐसे अपराधो से बचाव हेतु आमजन को सतर्क रहने की आवश्यकता है, अतः फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप आदि सोशल साइट पर अज्ञात व्यक्तियों की रिक्वेस्ट बिल्कुल स्वीकार न करे तथा फेसबुक, व्हाट्सअप व इंस्टाग्राम पर किसी की फ्रेन्डरिक्वेस्ट आती है उसे तभी स्वीकार करें जब आप उसे अच्छी तरह से जानते हों या उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी कर लें तथा फेसबुक या व्हाट्सअप पर अज्ञात नम्बर से आने वाले वीडियो कॉल को स्वीकार बिल्कुल न करें । अपनी प्रोफाइल को हमेशा लॉक कर के रखें ।
अन्त में पुलिस अधीक्षक द्वारा अपेक्षा की गयी कि कार्यक्रम में मिशन शक्ति अभियान फेज-3 व साइबर अपराधो के सम्बन्ध में बतायी गई बातों को आप अपने परिवार, माता-पिता, दोस्त, पडोसियों तक अधिक से अधिक लोगो तक पहुँचाया जायेगा, जिससे लोग महिलाओ/बालिकाओ को सुरक्षा सम्बन्धी हैल्पलाइन व महिला/बालिका अपने अधिकारो के प्रति जागरुक हो सके तथा साईबर अपराध के शिकार होने से भी बच सकेंगे ।