हाथरस केस में सीबीआई ने मौके पर सीन रचकर माँ और भाई से किये ये सवाल!
सीबीआई ने मौके पर जाकर सीन क्रिएट करके माँ और भाई से की पूछताछ.
हाथरस मामले में अधिकारियों से पूछताछ होगी. सीबीआई अधिकारियों से जल्द पूछताछ करेगी यह जानकारी मिली है. जहां शुक्रवार को सीबीआई ने मौके पर जाकर सीन रचकर माँ और भाई से कई सवाल किये थे. अब सीबीआई अधिकारीयों से भी इस मामले में पूछताछ करेगी.
सीबीआई निलंबित एसपी विक्रांत वीर, एसडीएम पीपी मीना से भी पूछताछ करेगी. पीड़ित परिवार के लगाए द्वारा इन अधिकारीयों पर लगाये आरोपों पर पूछताछ होगी. पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर भी पूछताछ होगी.
क्या है मामला
हाथरस के बूलगढ़ी गाँव में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ कथित गेंग रेप का मामला सामने आया था. 29 सितंबर को इस युवती की इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. मौत के बाद जब लोग अस्पताल पर पहुंचे तो प्रसाशन ने जैसे तैसे शव को भीड़ से निकाल कर हाथरस की और रुख किया. और हाथरस पहुँच कर सबसे पहले शव का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया. जिससे मानवता का हनन हुआ.
इसके बाद राजनितिक दल और गैर राजनैतिक दल और कई सभ्रांत लोग हाथरस जा पहुंचे थे. बीजेपी के मंत्री , यूपी पुलिस महानिदेशक , प्रमुख अपर गृह सचिव समेत कई अफसर भी मौका मुआयना करने पहुंचे. पीड़ित परिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने पच्चीस लाख नकद , एक मकान और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की बात कही. सीएम ने परिवार ने बात भी की.
उसके बाद भी परिवार लगातार सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बात करता रहा. मामले को बिगड़ता देख यूपी सरकार ने इस केस की जांच सीबीआई से कराए जाने के अनुशंसा की. यह बात सरकार ने तब कही जब पीड़ित परिवार से कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने मुलाकात की. उसके बाद निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने इस केस को लड़ने की बात. उधर आरोपियों के केस लड़ने की बात निर्भया के आरोपियों के केस लड़ने वाले एपी सिंह ने भी आरोपियों के परिजनों से मिलकर केस लड़ने की बात कही.
सीबीआई की डीएसपी सीमा पाहुजा ने माँ और भाई से क्राइम सीन पर अलग अलग सवाल किये.
अब सीबीआई ने सीन क्रिएट किया
सीबीआई ने एक महिला सिपाही को बाजरे के खेत में मौका ए वारदात पर लिटाया. जहां पीड़िता को उसकी मां भाई और कथित चश्मदीद ने बड़े होने का दावा किया था. उसके बाद जांच टीम ने पीड़िता की मां और भाई से 14 सितंबर के दिन के पूरे घटनाक्रम का रीक्रिएशन करवाया, कैसे पड़ी थी, क्या बोल रही थी, हाथ और पैर किस दिशा में थे, फसल कितनी टूटी थी और उस समय में कौन-कौन मौके पर आ.ए किसको उन्होंने मदद के लिए बुलाया. खून कहाँ कहां का था.
बताते हैं रीक्रिएशन करीब 1 घंटे तक चला. दरअसल पीड़िता के मां और भाई की मौके पर होने की बात कह रहे हैं. इन दोनों पर भी आरोपियों के परिजन गंभीर आरोप लगा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक इस केस को सीबीआई चुनौती मानकर चल रही है. इसकी जांच कोर्ट की निगरानी में हो रही है.कोर्ट ने इस केसकी जांच जल्दी ही करने के निर्देश भी दिए है. सीबीआई से पूछा है कब तक जांच पूरी कर ली जाएगी. 25 नवंबर तक की इस तारीख से पहले सीबीआई किसी नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद जता रही हैं. जबकि एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप चुकी है.
इन सब बातों