हाथरस में इन चार दरिंदों ने गैंगरेप में पीड़िता की गर्दन तोड़ी, 15 दिन उपचार के बाद हुई मौत

Update: 2020-09-29 14:23 GMT

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बीते 14 सितंबर को चार युवकों के हैवानियत की शिकार हुई दलित युवती ने 15 दिनों तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ने के बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ तोड़ दिया। पुलिस ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की। पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में रामू और लवकुश को भी गिरफ्तार किया गया और शनिवार को चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। हाथरस जिलाधिकारी और पुलीस अधीक्षक की ओर से बताया गया कि चारों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 डी (गैंगरेप) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, पीड़िता की मौत की सूचना मिलने के बाद  उन पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

मृतक दलित युवती के परिवार को हाथरस जिलाधिकारी की ओर से एससी/एसटी एक्ट अंतर्गत पहली किश्त के रूप में 4,12,500 रुपए की आर्थिक मदद मुहैया कराई जा चुकी है और 5,87,500 रुपए की दूसरी किश्त 29 सितंबर तक मुहैया करा दी जाएगी। इस तरह मृतका के परिजनों को शासन की ओर से कुल 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद मुहैया कराई गई है।

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