निराश होकर सगे भाई बहिन ने एक ही धोती से लगाई फांसी, सुसाइड नोट पढ़कर रोने लगे सभी
जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सिधाईं गांव में सगे भाई-बहन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस के पीछे भविष्य को लेकर दोनों की हताशा मुख्य वजह के तौर पर सामने आई है। घटनास्थल पर मिले मृतक पुष्पा के सुसाइड नोट से साफ हुआ कि अपाहिज भाई की देख-रेख करते हुए बहन थक गई थी। भविष्य में उसे कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। उधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी फांसी लगाने से आत्महत्या की पुष्टि हुई है। दो मौतों से परिजन सदमे में हैं और गांव में मातम का माहौल है।
बताते चलें कि मंगलवार शाम सिधाईं निवासी युवक राजकपूर और उसकी बहन पुष्पा की लाश घर के कमरे में पंखे के सहारे एक ही साड़ी से बनाए गए फंदों से लटकी मिली थी। युवक तीन साल पहले एक हादसे में अपाहिज हो गया था। विवाहित होने के बावजूद छोटी बहन पुष्पा ही उसकी देखभाल और नित्यकर्म की जिम्मेदारी उठाती थी। पुष्पा को भाई के भविष्य को लेकर चिंता अंदर ही अंदर खाए जा रही थी। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जो पुष्पा ने लिखा था।
पुष्पा नगर के राजकीय महिला महाविद्यालय में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। बुधवार को उसकी प्रैक्टिकल की परीक्षा भी थी लेकिन मंगलवार को ही उसने अपने भाई के साथ आत्महत्या का फैसला कर लिया। बताते चलें कि मृतक राजकपूर चार भाइयों में सबसे छोटा और पुष्पा तीन बहनों में सबसे छोटी थी। राजकपूर पहले दर्जी का काम करता था। लेकिन तीन साल हुए पहले एक सड़क हादसे में वो अपाहिज हो गया था। विवाहित होने के बावजूद पत्नी रेनू की बजाय बहन पुष्पा ही उसकी देखभाल करती थी। बुधवार सायं पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दोनों का अंतिम संस्कार पिलकिछा घाट पर किया गया।