150 शिक्षकों और शिक्षामित्रों का वेतन रुका, बच्चे स्कूल में कम संख्या में पहुंचे, जानिए कितने बच्चे पहुंचे
Salaries of 150 teachers and Shikshamitras stopped, children reached school in less numbers, know how many children reached
उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में बेसिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति लगातार कम हो रही है। जनपद में 150 से अधिक विद्यालयों में छात्रांकन के सापेक्ष बच्चों की उपस्थित 45 फीसदी तक पहुंच गयी। डीएम डेस्क बोर्ड की समीक्षा के बाद इस पर नाराजगी जतायी गयी। इस पर बीएसए नीलम यादव ने बड़ी कार्यवाही करते हुए सभी विद्यालयों के शिक्षक- शिक्षिकाओं की नवम्बर माह की वेतन तथा शिक्षामित्रों के मानदेय पर रोक लगा दी है। खण्ड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण लेने के आदेश दिए गए हैं।
बच्चों की उपस्थिति को लेकर हुई थी समीक्षा
बीएसए ने 1 से 19 नवम्बर तक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को लेकर समीक्षा की। इस माह के इन 11 कार्य दिवस में कई विद्यालयों में नामांकन की अपेक्षा 45 फीसदी ही उपस्थिति अंकित पायी गयी। इस बीच, डीएम डेस्क बोर्ड ने मध्याह्न भोजन प्राधिकरण द्वारा विद्यालय में भोजन करने वाले विद्यार्थियों की उपस्थिति के आधार पर स्कूल में बच्चों की उपस्थिति की समीक्षा की।
इन दोनों स्तर की समीक्षा में जनपद के लगभग 150 विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति 45 फीसदी पायी गयी। इन विद्यालयों की सूची बनाकर सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को भेज दी गयी है। इन सभी विद्यालयों के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का माह नवम्बर का वेतन व शिक्षामित्रों का मानदेय रोकने के आदेश दिए हैं। साथ ही सभी शिक्षकों के स्पष्टीकरण लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में भिजवाने को कहा है। इधर, उच्चाधिकारियों ने भी समीक्षा की और जनपद के बेसिक विद्यालयों की औसत उपस्थिति 60 फीसदी से कम पायी गयी, यह कई जनपदों से काफी कम है।