Lalitpur Rape Case,: थाने में दुष्कर्म करने का आरोपी इंस्पेक्टर प्रयागराज में गिरफ्तार, पढिए पूरा मामला

ललितपुर रेप केस लेटेस्ट अपडेट

Update: 2022-05-05 05:17 GMT

 ललितपुर जिले के पाली थाने के अंदर नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को बुधवार को धूमनगंज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। ललितपुर से आई पुलिस टीम इंस्पेक्टर को ले गई। इससे पहले एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने अपने कार्यालय में इंस्पेक्टर से पूछताछ की।

इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज पर ललितपुर थाने में दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग से दुष्कर्म करने का आरोप है। मुकदमा दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। मोबाइल कॉल डीटेल्स से उसकी लोकेशन प्रयागराज में मिली थी। उसके यहां होने की सूचना पर ललितपुर से एक सीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम बुधवार को धूमनगंज पहुंची और आरोपी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद तिलकधारी सरोज को एडीजी कार्यालय ले जाया गया। जहां एडीजी ने पूछताछ की। इसके बाद टीम उसे लेकर ललितपुर रवाना हो गई। सूत्रों के मुताबिक तिलकधारी सरोज यहां पर किसी वकील से कानूनी सलाह लेने के लिए आया था। उसने मोबाइल भी बंद कर लिया था, लेकिन पुलिस ने उसके दूसरे नंबर से उसकी लोकेशन पता कर ली।

एडीजी, प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने बताया कि डीआईजी, कानुपर रेंज की सूचना पर आरोपी की तलाश में पुलिस लगातार प्रयागराज में जुटी थी। इनके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर तलाश की जा रही थी। इस दौरान सरोज ने कई मोबाइल बदले।

प्रकाश ने बताया कि फोन की लोकेशन के आधार पर पहले बांदा में तलाशी की गयी, फिर चित्रकूट में लोकेशन मिली। फिर सरोज के निरंतर संपर्क में चल रहे एक साथी को प्रयागराज में पकड़ कर पूछताछ की गयी। साथी से मिले सुराग के आधार पर सरोज को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पास से गिरफ्तार किया गया। समझा जाता है कि सरोज उच्च न्यायालय इलाके में किसी वकील से कानूनी परामर्श के लिये आया था।

उन्होने बताया कि ललितपुर के अधिकारियाें के नेतृत्व वाली एक पुलिस टीम पहले से प्रयागराज में थी। सरोज को इस टीम के सुपुर्द कर दिया गया। जिसे वह ललितपुर ले जाएगी और अग्रिम कार्रवाई करेगी।

गौरतलब है कि पीड़िता को चार लड़के गत 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे। जहां पर तीन दिन उन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद 25 अप्रैल को पाली में 13 साल की मासूम पीड़िता को छोड़कर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने पीड़िता की मौसी को बुलाकर उसे सौंप दिया। इसके बाद 27 अप्रैल को थानाध्यक्ष ने बयान लेने के लिए पीड़िता को थाने में बुलाया और अपने कमरे में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद उसने पीड़िता की मौसी को बुलाया और उसे साथ भेज दिया।

इसके बाद 30 अप्रैल को पुलिस ने फिर से पीड़िता को थाने बुलाया और थाने से लड़की को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया। जहां उसने चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई। इस पर चाइल्ड लाइन वालों ने पीड़िता की मां को बुलाया। जहां लड़की ने बताया कि उसके साथ चार लड़के और एक दरोगा ने दुष्कर्म किया है। जिसके बाद पाली थाने में थानाध्यक्ष सहित 6 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है।

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