बच्चे को किडनैप कर ₹4000000 मांगने वाला किडनैपर हुआ गिरफ्तार बोला सोचा नहीं था यह पकड़े जाएंगे इतनी जल्दी
मुरादाबाद पुलिस ने 2 किडनैपर को गोली मारकर 12 घंटे के भीतर अपहृत बच्चे को सकुशल रिकवर कर लिया था।
मुरादाबाद पुलिस ने 2 किडनैपर को गोली मारकर 12 घंटे के भीतर अपहृत बच्चे को सकुशल रिकवर कर लिया था।मुरादाबाद में 7 साल के बच्चे वैदिक गुप्ता काे अगवा करने की साजिश में शामिल हिस्ट्रीशीटर को भी पुलिस ने धर दबोचा है। हिस्ट्रीशीटर कैलाश के दो साथियों को पुलिस पहले ही एनकाउंटर में अरेस्ट करने के बाद जेल भेज चुकी है।
पकड़े जाने के बाद हिस्ट्रीशीटर कैलाश ने शनिवार को पुलिस पूछताछ में कहा कि उसे इस बात का रत्तीभर अंदाजा नहीं था कि पुलिस इतनी जल्दी उसके साथियों को दबोच लेगी। उसकी प्लानिंग थी कि किसी भी तरह वो बच्चे को जिले की सीमाओं से बाहर ले जाकर उत्तराखंड में कहीं सुरक्षित ठिकाने पर छुपा देगा। इसके बाद बच्चे से पिता से रकम वसूल कर लेगा। लेकिन, इससे पहले कि उसके साथी बच्चे को लेकर जिले से बाहर निकल पाते, चेकिंग शुरू हो गई और वो जिले से बाहर नहीं जा पाए। मजबूरन उन लोगों को जंगल में ही छुपना पड़ा।
5 अगस्त को घर के बाहर से किया था अपहरण
घटना 5 अगस्त को शाम करीब 6 बजे की है। मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में बुद्धि विहार फेस - 2 निवासी इंजीनियर नवनीत गुप्ता के 7 साल के बेटे वैदिक गुप्ता को अगवा करने के बाद किडनैपर्स वैगनआर कार में डालकर ले गए थे। वैदिक गुप्ता शहर के आर्यंस इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 2 का छात्र है।
किडनैपर्स ने थोड़ी देर बाद बच्चे के पिता को कॉल करके 40 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। धमकी दी थी कि फिरौती की रकम नहीं दी तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। घटना के समय बच्चा घर के बाहर ही साइकिल चला रहा था। परिजनों को इस बात का यकीन दिलाने के लिए कि, बच्चा उन्हीं के पास है, किडनैपर्स ने बच्चे से उसके परिजनों की बात भी कराई थी।
रातभर चले ऑपरेशन के बाद धरे गए थे किडनैपर्स
घटना की सूचना मिलते ही तुरंत हरकत में आई पुलिस ने किडनैपर्स को ट्रेस करके 12 घंटे में बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया था। रातभर चले इस ऑपरेशन की कमान STF में रह चुके मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज मीणा खुद संभाल रहे थे। 6 अगस्त को सुबह छह बजे हुए एनकाउंटर में 2 किडनैपर्स को पुलिस की गोली लगी थी। जबकि एक दरोगा भी किडनैपर्स की गोली से घायल हुआ था।
किडनैपर्स में से एक निकला बच्चे का पड़ोसी
पुलिस ने एनकाउंटर में दो किडनैपर्स को पकड़ा था। इनमें से एक अंकुश शर्मा बुद्धि विहार में बच्चे के घर के बराबर में ही रहता था। उसका घर वैदिक गुप्ता के घर से बस दो घर छोड़कर है। अंकुश टैक्सी चलाता है। जिस सफेद रंग की वैगनआर कार में वैदिक को अगवा किया गया था, वो अंकुश की ही है।
घटना के बाद से फरार हिस्ट्रीशीटर धरा गया
अब पुलिस ने इस मामले की इंवेस्टिगेशन में प्रकाश में आए एक अन्य आरोपी कैलाश निवासी आशियाना कॉलोनी थाना सिविल लाइन्स, मुरादाबाद को गिरफ्तार किया है। कैलाश सिविल लाइंस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वो इस घटना की प्लानिंग में शामिल था। पुलिस पूछताछ में कैलाश ने बताया कि 5 अगस्त को इंजीनियर नवनीत गुप्ता के बेटे के अपहरण की प्लानिंग उसने अपने साथी अंकुश शर्मा और शशांक महता उर्फ विक्की के साथ मिलकर की थी। प्लानिंग के तहत बच्चे को अगवा भी कर लिया गया था।
40 लाख रुपए की फिरौती के लिए कॉल भी कर दी थी। लेकिन फिरौती की डिलीवरी से पहले ही पुलिस ने उसके साथियों अंकुश और शशांक मेहता को एनकाउंटर में अरेस्ट कर लिया। कैलाश ने कहा कि उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि पुलिस इतनी जल्द उसके साथियों तक पहुंच जाएगी।