इस देश में भगवान के दूसरे रूप में डॉ को माना जाना जाता है. लेकिन जब डॉ ही कातिल का रूप ले ले तो इस भगवान से विश्वास हटना तो तय माना जाएगा. अब यह वाकया तहजीब और तंजीम के शहर प्रयागराज का है. जहाँ डॉ के लालच ने एक मासूम की जान ले ली है.
भारत देश में गरीबी से बड़ा कोई अभिशाप नहीं है. प्रयागराज में एक अरबपति के अस्पताल में 3 बरस की ख़ुशी मिश्रा का ऑपरेशन हुआ. परिजन समय पर पूरा पैसा जमा न हो सका, तो फटे पेट के साथ गरीब की बेटी को अस्पताल से निकल दिया. मानवता के नाम पर टांका तक नहीं लगाया है. बिटिया की मौत हो गयी है. ये अकेले ख़ुशी की नहीं, इंसानियत की मौत है.
अभी अभी जिले के पुलिस ने संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट दर्ज कर ली है. यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल में मृतक बच्ची खुशी के मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है. यह घटना प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के रावतपुर में स्थित यूनाइटेड मेडिसिटी हॉस्पिटल ने एक गरीब की बच्ची को पूरे पैसे न दे पाने पर ऑपरेशन के बाद पेट में बिना टांके लगाए हॉस्पिटल से बाहर कर दिया। बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई।