भ्रष्टाचार में लिप्त खंड विकास अधिकारी ने आम जनमानस के प्रवेश पर लगाई रोक
दूसरे जाति के एक पूर्व मंत्री को रिश्तेदार बताकर आम जनमानस के साथ बीडीओ करते हैं अभद्रता
प्रयागराज।*संविधान की शपथ लेकर नौकरी करने वाले अधिकारियों में भी तुर्रम खाही बढ़ती जा रही है। तमाम अधिकारी अब ऐसे हो गए हैं जिन्हें शासन सत्ता और आला अधिकारियों के आदेशों की परवाह नहीं है। निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए मनमानी पर तानाशाह अधिकारी उतारू है जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस को मिलता नहीं दिख रहा है।
तानाशाह अधिकारियों के कारनामों के चलते योगी सरकार की योजनाएं भी जमीनी हकीकत पर नहीं उतर पा रही हैं और आम जनता योजनाओं के लाभ के लिए इधर - उधर भटकती दिख रही है लेकिन तानाशाह अधिकारी पीड़ित आम जनमानस से मिलकर उनकी समस्या को समाधान करने का तनिक भी प्रयास नहीं करते हैं। कुछ किताबें पढ़कर अधिकारी बनने वाले यह तानाशाह गांव की गरीब जनता किसान से मिल कर उनकी समस्या समाधान करने में अपनी तौहीन समझते हैं। आम जनमानस से दूरी बनाने वाले ऐसे अधिकारियों पर अब योगी सरकार और उनके अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं जनता इसके इंतजार में हैं।
गौरतलब है कि योगी सरकार का कहना है कि दोपहर 12:00 बजे तक कार्यालय में अधिकारी बैठकर आम जनमानस की समस्याओं को सुनेंगे और उसका समय सीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारण कर आम जनता को संतुष्ट करेंगे लेकिन प्रयागराज जनपद के भगवतपुर विकासखंड में तैनात खंड विकास अधिकारी की तानाशाही की हद हो गई है। उन्होंने गेट के बाहर सफाई कर्मियों की तैनाती कर दी है जिससे एक ओर गांव की सफाई व्यवस्था चौपट है दूसरी ओर सफाई कर्मियों ने खंड विकास अधिकारी भगवतपुर के कार्यालय में आम जनमानस के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
यदि पीड़ित जनता ने खंड विकास अधिकारी से मिलने का प्रयास किया तो होमगार्ड धक्का मार कर बाहर कर देते हैं। खंड विकास अधिकारी कार्यालय के गेट पर लिखा है कि बिना अनुमति के प्रवेश वर्जित है। लेकिन उनसे लिखित अनुमति मिलती ही नहीं है तो आम जनता का खंड विकास अधिकारी कार्यालय में प्रवेश वर्जित होता है। आखिर तुर्रम खान बनकर नौकरी करने वाले खंड विकास अधिकारी भगवतपुर के कारनामों को प्रयागराज शहर के कमिश्नर और जिलाधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया है आखिर क्यों अधिकारियों ने इनके कारनामों को संज्ञान नहीं लिया है।
योगी सरकार के निर्देश की धज्जियां उड़ाने वाले खंड विकास अधिकारी को निलंबन का रास्ता अधिकारियों ने क्यों नहीं दिखाया है यह तमाम सवाल योगी सरकार के अधिकारियों की व्यवस्था पर खड़े हो चुके हैं चर्चाओं पर जाएं तो खंड विकास अधिकारी कमीशन खोरी में लिप्त है पूरे इलाके में विकास खंड कार्यालय से कराए गए कार्यों में भारी अनियमितता है यदि मामले में शासन ने जांच कराई तो खंड विकास अधिकारी की मुसीबत बढ़ना तय है इलाके के लोगों ने योगी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तानाशाही करने वाले भ्रस्ट खंड विकास अधिकारी को निलंबित कर इनके कार्यकाल के वित्तीय अनियमितता की जांच कराते हुए इन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
राजकुमार पत्रकार