पूर्व सपा विधायक ने कई गांव में चौपाल लगा किसानो को कृषि क़ानून के विरुद्ध किया जागरूक
शशांक मिश्रा
एक तरफ जहां किसान लगातार दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानून के खिलाफ अहिंसापूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वही यूपी में विपक्ष भी इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहा है ! सोरांव विधानसभा में किसान विरोधी क़ानून के विरोध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर घेरा डालो डेरा डालो के तहत विधानसभा सोराव में जुगनीडीह मदरा बोमापुर महरौडा टिकरी सहित सैकड़ों ग्रामों में किसान चौपाल आयोजित की गई.
जिसके क्रम में ग्रामसभा गोहरी ददौली पिलखुआँ व मऊआइमा ग्राम सभा व टाउन एरिया की विभिन्न किसान चौपालों में किसान विरोधी कृषि कानूनो पर चर्चा करते हुए पूर्व विधायक सत्यवीर मुन्ना ने कहा कि भाजपा ने जब से केन्द्र और राज्य में अपनी सरकार बनाई है. तब से चंद पूँजीपतियों व उद्योगपतियों के हाथ में देश के सरकारी सम्पत्ति, सरकारी विभागों और किसानों के जमीन को संगठित सरकारी भ्रष्टाचार के तहत उनके हाथों में कौड़ी के भाव बेचती जा रही है.
ज़िला उपाध्यक्ष मेराज आरिफ़ ने कहा कि ये डीजल, पेट्रोल से लेकर शिक्षा स्वस्थ व सभी जरूरत के सामानो को महंगा करते जा रहे हैं. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुभाष यादव ने कहा कि शिक्षित युवा बेरोजगार छोटे छोटे काम के लिए दर दर भटक रहे हैं और जो कहीं अपने परिवार के पेट पालने के लिए काम धन्धे कर रहे थे. उनकी भी मोदी भाजपा सरकार ने नौकरी छीन लिया है.
लाल बाबू पटेल ने कहा कि देश के किसान जो खेती करके अपने बच्चों को पढ़ाते लिखाते और परिवार का भोजन प्रबंध करते थे आज देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने साथी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों को उनके खेतों में इन तीनों काले कानूनों के माध्यम से मजदूरी करने के लिए विवश कर दिया है.