अभी अभी हाईकोर्ट के आदेश से बिजली कर्मचारियों में मचा हड़कंप, वेतन रोककर क्यों न हो नुकसान की भरपाई
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बिजली कर्मचारियों के केस में आज सुनवाई की
उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों को अब फिर से संकट बरकरार हो गया। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोर्ट की अवमानना मानते हुए कोर्ट ने बिजली कर्मचारियों को सख्त लहजे में बात की है। कोर्ट ने कहा है हड़ताल के दौरान हुए नुकसान की भरपाई वेतन से की जाए। अभी शाम को कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है।
बिजलीकर्मियों की हड़ताल से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है, इलाहाबाद हाईकोर्ट में बिजलीकर्मियों की हड़ताल को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस एस डी सिंह की खंडपीठ ने की। खंडपीठ ने कहा कि तीन दौर की सुनवाई के बाद हम आदेश देंगे।
खंडीपीठ ने सुनवाई करते हुए कहा, जनता को बिजली चाहिए। सरकार की जिम्मेदारी वह पावर सप्लाई करे। सरकार की ओर से बताया गया इस हड़ताल में 20 करोड़ का नुक़सान हो गया है।
इस पर कोर्ट ने सख्त होते हुए कहा, वेतन रोककर क्यों न हो नुकसान की भरपाई की जाए। 600 एफआईआर जब दर्ज हुई तो और वारंट दिया गया तो गिरफ्तार क्यों नहीं किया।
संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी भी आज कोर्ट में पेश हुए थे। पदाधिकारियों ने हड़ताल न करने का कोर्ट को आश्वासन दिया था।
अब कोर्ट शाम तक अपना फैसला सुना सकती।