हाथ जोड़ते रहे विधायक, महिला हेडमास्टर लगाती रही फटकार..प्रयागराज में एक दिलचस्प मामला सामने आया
अटल बिहारी वाजपेई की जयंती कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे प्रयागराज के विधायक पियूष रंजन को वहां की महिला हेडमास्टर ने सरेआम बेज्जत कर दिया।
प्रयागराज में सरकारी स्कूल के कैंपस में बिना अनुमति अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाने पर महिला हेडमास्टर भाजपा विधायक पर भड़क गईं। कार्यक्रम के बीच में स्कूल पहुंची हेडमास्टर ने विधायक से कहाकि, "आप बिना मेरी अनुमति मेरे स्कूल में कैसे कार्यक्रम करा रहे हैं?" हेडमास्टर का गुस्सा देखकर विधायक सहम गए। हाथ जोड़कर उन्हें समझाने की कोशिश की। लेकिन, हेडमास्टर ने उनकी एक नहीं सुनीं और पुलिस बुला ली।
विधायक ने किया DM को फोन
हंगामा बढ़ता देख विधायक ने DM संजय खत्री को फोन कर मामले की जानकारी दी। DM ने बेसिक शिक्षा अधिकारी यानी BSA प्रवीण कुमार तिवारी को मौके पर भेजा। BSA ने तत्काल प्रभाव से महिला हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया। घटना उच्च प्राथमिक विद्यालय अरैल की है। मामले का वीडियो सामने आया है।
जानिए पूरा मामला क्या है
रविवार को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर अरैल के पंचायत भवन में कार्यक्रम रखा गया था। पंचायत भवन से लगा उच्च प्राथमिक स्कूल है। दोनों का ग्राउंड एक ही है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीजेपी विधायक पीयूष रंजन निषाद थे। कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच स्कूल की हेडमास्टर कल्पना त्यागी पहुंच गईं। वो विधायक पर भड़क गईं।
आप मुझसे परमिशन क्यों नही लिए: हेडमास्टर
हेडमास्टर, विधायक से कहती हैं कि आपने मुझसे परमिशन नहीं ली, फिर आप स्कूल कैंपस में कार्यक्रम कैसे कर रहे हैं? इस पर विधायक पीयूष रंजन निषाद ने उन्हें समझाया कि आज रविवार का दिन है। यह कार्यक्रम पंचायत भवन में हो रहा है। इसलिए अनुमति लेने की जरूरत नहीं थी। इस पर महिला हेडमास्टर और नाराज हो गई। कार्यक्रम बंद करने की जिद पर अड़ गईं।
हेडमास्टर के करतूत से नाराज हुए लोग
महिला हेडमास्टर के इस बर्ताव से कार्यक्रम में मौजूद लोग नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि आप महिला होने का नाजायज फायदा उठा रही हैं। इस पर हेडमास्टर ने कहा कि मुझे बस एक सूचना चाहिए थी। मैं गलत नहीं हूं। महिला हेडमास्टर यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने कहा कि मैं RSS की और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ब्लॉक संयोजक हूं।
अगर मुझे छुआ तो मर दूंगी तमाचा: हेडमास्टर
एक बुजुर्ग कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां से हटने को कहा तो हेडमास्टर ने कहा कि मुझे छूना नहीं, मार दूंगी तमाचा। बस आपकी उम्र का लिहाज कर रही हूं। इसी बीच भीड़ में से गेरुआ वस्त्र पहने एक बुजुर्ग आए और बोले- बेटी इस साधु की बात मान लो और यहां से चली जाओ। इस पर कल्पना और भड़क गईं। वह कहने लगीं। मुझसे बड़ा साधु कोई नहीं है। मैं गृहस्थ साधु हूं। गृहस्थ साधु से बड़ा कोई साधु नहीं होता है।
जानिए BSA ने क्या कहा
BSA प्रवीण कुमार तिवारी का कहना है कि शुरुआती जांच में कार्यवाहक प्रिंसिपल कल्पना त्यागी की गलती पाई गई है। लिहाजा, उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। उनके कार्य व्यवहार की जांच की जा रही है।