निर्मोही-आवाहन अखाड़े ने नागाओं की फौज भेजने की दी चेतावनी, पालघर हत्याकांड के विरोध में अखाड़े एकजुट
जूना अखाड़े के दो संतों समेत तीन लोगों की महाराष्ट्र के पालघर में पीटकर की गई हत्या के मामले को लेकर साधु समाज में आक्रोश बढ़ गया है।
प्रयागराज : जूना अखाड़े के दो संतों समेत तीन लोगों की महाराष्ट्र के पालघर में पीटकर की गई हत्या के मामले को लेकर साधु समाज में आक्रोश बढ़ गया है। इस मुद्दे पर सभी अखाड़ों के महंत जूना अखाड़े के साथ आ गए हैं। आवाहन अखाड़े के अलावा श्रीपंच पंच निर्मोही अणि अखाड़े की हुई बैठकों में हजारों नागा साधुओं के साथ लॉकडाउन बाद महाराष्ट्र कूच के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया। इस घटना को लेकर संत समाज में विरोध का सिलसिला जारी है।
पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री महंत सत्य गिरि महाराज ने बैठक कर कहा कि इस तरह की घटना पूरे संत समाज पर हमला है। इस घड़ी में आवाहान अखाड़ा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के साथ है। परिषद की ओर से जब भी निर्देश मिलेगा आवाहन अखाड़े के हजारों नागा साधु महाराष्ट्र सरकार को घेरने के लिए कूच कर जाएंगे। महंत सत्य गिरि ने कहा कि दोनों संतों की जिस प्रकार से हत्या की गई उससे यह स्पष्ट हो गया है कि महाराष्ट्र में हिंदू सुरक्षित नहीं है।
इसी तरह पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाणी की बैठक में इस घटना पर अखाड़ा परिषद के निर्णय पर अमल करने की घोषणा की गई। इस मौके पर अखाड़े के सचिव महंत अग्रदास, कोठारी महंत शिवानंद, सहायक सचिव व्यास मुनि, कारोबारी महंत राम मुनि, महंत हंस मुनि समेत कई महंत उपस्थित थे।
इसी तरह पंच निर्मोही अखाड़ा भी जूना अखाड़े के समर्थन में उतर आया है। पंच निर्मोही अणि अखाड़ा के प्रमुख महंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि उनके अखाड़े के हजारों संत,महंत महाराष्ट्र कूच के लिए तैयार हैं। अखाड़ा परिषद का निर्देश मिलते ही निर्मोही अखाड़े के साधु, संत, महामंडलेश्वर महाराष्ट्र सरकार की ईंट से ईंट बजाने के लिए निकल पड़ेंगे।