प्रयागराज में कोरोना के कारण मृतक इंजीनियर की अन्तेयष्टि का विरोध
तीन मरीज एक ही परिवार के हैं. जबकि एक कौडिहार औऱ एक नवाबगंज का है.
शशांक मिश्र
प्रयागराज: प्रयागराज में कोरोना के कारण मृतक इंजीनियर की अन्तेयष्टि का शंकरघाट रशूलाबाद घाट में विरोध करते स्थानीय लोग लोगों की मांग है कि चिमनी नीची है लिहाजा कहीं और मृतक का शरीर जलाया जाए. इस बात को लेकर बहुत विरोध जता रहे है लोग.
प्रयागराज में कोरोना से पहली मौत हुई. इंजीनियर वीरेंद्र सिंह क़ी अस्पताल में हुई मौत. तीन दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. स्वरूप रानी अस्पताल के कोरोना वार्ड में वीरेंद्र सिंह का इलाज चल रहा था. देर रात वीरेंद्र सिंह क़ी अस्पताल में मौत होने की खबर मिली. मंगलवार दोपहर से ही वीरेंद्र सिंह क़ी हालत ख़राब हुई थी.,वेंटिलेटर पर वीरेंद्र सिंह को लाया गया था. जहां देर शाम वीरेंद्र सिंह क़ी हालत में मामूली सुधार भी हुआ था. हालांकि देर रात उनकी अस्पताल में मौत हो गई. वीरेंद्र सिंह क़ी पत्नी सहित परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. नोडल अधिकारी डॉ. रिषी सहाय ने मौत क़ी पुष्टि क़ी है.
#प्रयागराज। कोरोना के कारण मृतक इंजीनियर की अन्तेयष्टि का शंकरघाट रशूलाबाद घाट में विरोध करते स्थानीय लोग लोगों की मांग है कि चिमनी नीची है लिहाजा कहीं और मृतक का शरीर जलाया जाए@SpecialCoverage @Uppolice @UPGovt #Corona #lockdown pic.twitter.com/Al3P8JvBKC
— Shashank Mishra (@shashankjournal) May 6, 2020
प्रयागराज में कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों क़ी संख्या में लगातार इजाफ़ा हो रहा है. मंगलवार प्रयागराज में पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज सामनें आएं हैं. तीन मरीज एक ही परिवार के हैं. जबकि एक कौडिहार औऱ एक नवाबगंज का है.
प्रयागराज में कोरोना पॉजिटिव के एक्टिव मरीज़ों क़ी संख्या बढ़कर 14 हुई है. एक कोरोना पॉजिटिव जमाती पहले ही रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. यह जानकारी नोडल अधिकारी डॉ. रिषी सहाय ने दी.