प्रधानमंत्री मोदी के आवाहन पर, NSS के युवाओं को "कोविड19 मास्टर ट्रेनर" का दिया गया प्रशिक्षण
शशांक मिश्रा
पूरा विश्व इस समय कोरोना वायरस से जूझ रहा है देश में 21 दिनों से जारी लाकडाउन को बढ़ा दिया गया है लॉकडाउन 3 मई तक कर दिया गया है प्रधानमंत्री मोदी के आवाहन पर एनएस एस के युवाओं को ज़िला प्रशासन के साथ जोड़ने की कड़ी में ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज के निर्देशन में आज CMO कार्यालय सभागार में उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आर पांडे ,डॉ रवि एवं डॉ आर सी सिंह के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सैन्य विभाग के 18 लोगों को "कोविड19 मास्टर ट्रेनर" का प्रशिक्षण दिया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक डॉ मंजू सिंह, जिला नोडल अधिकारी डॉ स्वप्निल श्रीवास्तव एवं डॉ हिमान्शु यादव तथा स्वयंसेवक संदीप कुमार एवं विकास कुमार ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। साढ़े तीन घण्टे के प्रशिक्षण में कोरोना से लड़ने व बचाव के विभिन्न तरीकों को बड़ी बारीकी से समझाया गया। जैसे कि कोविड19 से बचने का प्रमुख हथियार हाँथों को अच्छी तरह धोना है और इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति SUMANK (सुमन K) अर्थात सीधा, उल्टा, मुट्ठी, अंगूठा, नाखून और कलाई को अच्छी तरह धुले। इसमें हाथ के प्रत्येक वर्णित भागों को कम से कम 10 सेकंड कुल मिलाकर60 सेकंड तक धुलना चाहिए। प्रत्येक दो घण्टे में कम से कम एक बार यह प्रक्रिया की जाय।
इसके साथ ही विषम परिस्थितियों में किस तरह डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से कोविड19 से लड़ने के लिए आपातकालीन क्लीनिक बनाया जा सकता है और उसके लिए किस तरह की सावधानी लेने की जरूरत है इसका भी प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान सोशल डिस्टनसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।डॉ सिह ने बताया क़िभारत सरकार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व स्वयं सेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों को राष्ट्र के समक्ष इस कठिन परिस्थिति के समय पुनः राष्ट्र सेवा में लगने हेतु आमंत्रित किया है।
भारत सरकार की युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की सचिव उषा शर्मा जी ने कोरोना के चलते राष्ट्र के समक्ष उत्पन्न हुई विषम परिस्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व स्वयं सेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों को आमंत्रित किया है, उन्होंने कहा है कि प्रत्येक विश्वविद्यालय एवं जिले में पूर्व स्वयं सेवकों एवं कार्यक्रम अधिकारियों के समूह को चिन्हित कर आवश्यकतानुसार उन्हें जिला प्रशासन की मदद करने के लिए प्रेरित किया जाए , जिससे शीघ्र ही हमारा देश इस विषम परिस्थिति से बाहर निकल सके।
राज्य संपर्क अधिकारी अंशुमाली शर्मा ने सभी कार्यक्रम समन्वयकों को निर्देशित किया कि किसी उत्साही पूर्व स्वयंसेवक या कार्यक्रम अधिकारी को प्रत्येक जिले में ऐसे व्यक्तियों की सूची मोबाइल नंबर सहित बनाने का कार्य सौंपा जाए , जिससे वर्तमान एवं पूर्व स्वयंसेवक तथा कार्यक्रम अधिकारी मिलकर इस विषम परिस्थिति से सहजता से निपट सकें।