उन्नाव: पत्रकार की संदिग्ध मौत मामले में नामजद महिला दरोगा सुनीता और सिपाही अमर सिंह निलंबित
एडिशनल एसपी विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है.
उन्नाव : उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao) में पत्रकार सूरज पांडेय (Journalist Sooraj Pandey) की संदिग्ध मौत मामले में नामजद एसआई सुनीता चौरसिया, सिपाही अमर सिंह को निलंबित कर दिया गया है. पत्रकार की मौत के मामले में दोनों पर हत्या, साजिश रचने, धमकाने का मुकदमा दर्ज है. महिला एसआई और सिपाही के थाने न पहुंचने पर एसपी आनन्द कुलकर्णी ने ये कार्रवाई की है. एडिशनल एसपी विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है.
बता दें गुरुवर को रेलवे क्रॉसिंग के पास पत्रकार का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था. सूरज पांडेय की मां लक्ष्मी देवी ने एफआईआर दर्ज करवाई है. इसमें महिला दरोगा सुनीता चौरसिया, सिपाही अमर सिंह व अज्ञात के खिलाफ धमकाने व हत्या का आरोप लगाया गया. सदर कोतवाली पुलिस ने तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है. इसमें महिला दरोगा सुनीता चौरसिया, सिपाही अमर सिंह व अज्ञात लोगों पर हत्या, षड्यंत्र रचने, धमकाने का मुकदमा दर्ज किया गया है.
जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी: सीओ सिटी
बता दें कि गुरुवार दोपहर पत्रकार सूरज पांडे का शव उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के शराब मिल के पीछे कानपुर-लखनऊ रेलवे लाइन पर पड़ा मिला. पत्रकार की संदिग्ध मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया. कल देर रात शव का पोस्टमार्टम किया गया.
पत्रकार की संदिग्ध मौत की तफ्तीश पुलिस जरूर कर रही है लेकिन खुद पुलिस विभाग के कर्मी इसमें आरोपी हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये है की क्या पत्रकार की मौत की निष्पक्ष जांच सम्भव है? वहीं पूरे मामले में सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी का कहना है कि एसआई सुनीता चौरसिया और सिपाही अमर सिंह पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले में जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जा रही है.