उत्तराखंड: उधमसिंह नगर में बंदरों को जहर देने के मामले में 9 गिरफ्तार
जैतपुर घोसी गांव स्थित बाग की देखरेख कर रहे छोटे खां, इमरान, अफजल, अनवर, इकरार शाह, नदीम, मुबारिक, मोहम्मद और इमामुद्दीन को गिरफ्तार किया गया है.
जैतपुर घोसी गांव स्थित बाग की देखरेख कर रहे छोटे खां, इमरान, अफजल, अनवर, इकरार शाह, नदीम, मुबारिक, मोहम्मद और इमामुद्दीन को गिरफ्तार किया गया है.उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में बंदरों को कथित तौर पर जहर देने और मारने के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी ।
एएसपी ने बताया कि मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और झाड़ियों में सात बंदरों के शव मिले।मामला उधम सिंह नगर के काशीपुर का है. यहां कई एकड़ में फैले एक आम के बाग में करीब दो दर्जन बंदरों के शव मिलने से हड़कंप मच गया. यह जमीन पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के रहने वाले एक शख्स की है. उसने करीब दो साल पहले इस जमीन को ठेके पर दिया था. स्थानीय लोग जब अपने जानवरों के लिए घास काटने बाग में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक बंदर का बच्चे अपनी मृत मां से लिपट कर रो रहा है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभय प्रताप सिंह ने कहा कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295 (ए) और 11 (एल), पशु क्रूरता अधिनियम और वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम की धारा 9/51 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि जैतपुर घोसी गांव में स्थित बाग की देखरेख कर रहे छोटे खान, इमरान, अफजल, अनवर, इकरार शाह, नदीम, मुबारिक, मोहम्मद और इमामुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपी के आपराधिक इतिहास को भी खंगाल रही है।इसके बाद गांववालों ने बंदर के बच्चे को अपने घर ले जाकर सुरक्षित रखा लिया. इस दैरान उन्होंने देखा कि आसपास और भी कई बंदरों के शव पड़े हैं. इस कारण आम के बाग में कई जगह से दुर्गंध आ रही थी. जब उसे खोदकर देखा तो उन्हें गड्ढा में कई सारे बंदर दबे हुए मिले.
आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों के मुताबिक, पिछले 15 वर्षों से आम के बाग को मालिक ठेके पर दे देता है. उन्होंने बाग की रखवाली कर रहे लोगों पर बंदर को जहर देकर मारने का आरोप लगाया. साथ ही इस बात की जानकारी पुलिस को दी और रखवाली कर रहे लोगों को पुलिस के हवाले किया.