सूखी 'गंगा' करे पुकार, बेटा कब आओगे बनारस में इस बार! Ganga Dussehra
दस बरस गुजर जाने के बाद बनारस में गंगा किस हाल में है?
हिंदू धर्म में गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार,ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की जटाओं से मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। इसी के कारण इस दिन गंगा स्नान के साथ दान करने का विशेष महत्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दस बरस पहले बनारस आए और उन्होंने गंगा को चुनावी मुद्दा बनाया और इस नदी को फिर से नया जीवन देने का ऐलान किया। उन्होंने पहली मर्तबा जब गंगा से अपने संबंधों की दुहाई दी तो बनारस के लोग उन पर रीझ गए और उन्हें सिर आंखों पर बैठा लिया। नॉमिनेशन फाइल करने से पहले मोदी ने इस बार भी गंगा का सहारा लिया। दस बरस गुजर जाने के बाद बनारस में गंगा किस हाल में है? मोदी ने इस पवित्र नदी के पुनरुद्धार के लिए क्या किया? गंगा के गोद लेने वाली बात क्या गंगा के दिल से निकली हुई आवाज है, स्लोगन है या फिर जुमला? ये ढेर सारे सवाल बनारस में चर्चा के अहम बिंदु बन गए हैं।