राहुल गांधी पहुंचे संसद, कांग्रेस सांसदों ने खिलाए लड्डू, कमलनाथ बोले अब सांसद में फिर वही गर्जना सुनने को मिलेगी, 9 अगस्त को आयेंगे बांसवाड़ा!
Rahul Gandhi reached Parliament, Congress MPs fed laddoos
आखिर राहुल गांधी एक बार फिर संसद में पहुंच ही गए। मानहानि प्रकरण में 4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को राहत मिलने के बाद आज सुबह 10:00 बजे लोकसभा सचिवालय से अध्यादेश जारी कर राहुल गांधी की अध्यक्षता बाहर कर दी गई जिसके बाद राहुल गांधी आज एक बार फिर से संसद में पहुंच गए। राहुल लोकसभा पहुंचने पर कांग्रेस के सांसदों ने एक दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशी जाहिर की। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी खुशी जाहिर करते हुए विशेष सत्य की जीत बताई। वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी एक ट्वीट कर खुशी का इजहार करते हुए कहा की "राहुल गांधी की लोक सभा सदस्यता बहाल करने के फैसले का मैं स्वागत करता हूं।
अब संसद में हमें फिर वह सिंह गर्जना सुनने को मिलेगी जो जनता को अभय और लोकतंत्र विरोधियों को भय देती है, राहुल गांधी का एक ही मंत्र हम सबको याद रखना है डरो मत." कुल मिलाकर राहुल के संसद पहुंचने पर विपक्षी दलों को भी ताकत नहीं है और समझा जाता है कि केंद्र सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर अब मुख्य रूप से राहुल गांधी ही बहस में भाग लेंगे। दूसरी तरफ राजस्थान में 3 माह बाद होने वाले हैं विधानसभा चुनाव में आदिवासी मतों को अपने पक्ष में प्रभावित करने के लिए कांग्रेस ही नहीं भाजपा भी जुटी हुई है। कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डूंगरपुर आ चुके हैं। जहां आदिवासियों के प्रमुख स्थान मानगढ़ धाम पर यह पहुंच चुके हैं। वहीं कांग्रेस भी इसी उधेड़ बुन में है की वो भी आदिवासी वोट अपने पक्ष में जुटा सके।
दरअसल मेवाड़ में 28 विधानसभा सीटों में से 17 सीटें आरक्षित है और इसलिए दोनों दल इन सीटों को अपने पक्ष में करने के जुगाड़ में है। राजस्थान सरकार ने तो बड़ा दाव खेलते हुए बांसवाड़ा को नया संभाग बना दिया। और अब एक और एक और मास्टर स्ट्राक लगाते हुए आदिवासी दिवस के अवसर पर 9 अगस्त को एक बड़ी सभा के माध्यम से राहुल गांधी विधानसभा चुनाव का शंखनाद बजाएंगे। हांलाकी राहुल गांधी की बांसवाड़ा यात्रा का का कार्यक्रम राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने से पहले ही तय हो गया था लेकिन अब राहुल गांधी के वापस सांसद बन जाने से मानहानि प्रकरण में राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करने और उनका बंगला खाली करने जैसे मामलों को कांग्रेस भुनाने की कोशिश करेगी!
राहुल गांधी के 9 तारीख की यात्रा को लेकर कॉन्ग्रेस बहुत जोर शोर से लगी हुई है और कांग्रेस के नेताओं की कोशिश है कि इस जनसभा में मोदी की सभा से ज्यादा लोग एकत्रित हो सके इसी को लेकर कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं को कई तरह की जिम्मेदारियां सौंपी गई है तथा प्रदेश कांग्रेस के खुद बड़े नेता भी विभिन स्थानों पर बैठकें आयोजित कर राहुल गांधी की सभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रयत्न रत्न है। पहले यह सोचा जा रहा था पांव में चोट की वजह से अशोक गहलोत वा नहीं पहुंच पाएंगे लेकिन अब उन्होंने बाहर आना जाना शुरू कर दिया है ऐसे में अशोक गहलोत या मौजूद रहेंगे जहां सरकार की उपलब्धियों के साथ-साथ भाजपा को भी निशाने पर रख कर बैठक में मौजूद लोगों को कांग्रेस के प्रति प्रभावित करने की कोशिश करेंगे! कुल मिलाकर भाजपा और कांग्रेस जातिगत आधार पर भी बहुतायत में होने वाले विधानसभा क्षेत्रों में अधिक जोर दे रही है पिछले माह भरतपुर सवाई माधोपुर में भी भाजपा इस तरह की बैठक आयोजित कर चुकी है। देखने वाली बात यह होगी कि राहुल गांधी की यात्रा में कांग्रेस नेताओं की मेहनत कितनी प्रभावशाली होती है!