झूठ की रेत जो कभी कछुआ सेंचुरी के नाम पर जमाई गई थी वो अब 2020 में सेंचुरी के निरस्त होते ही 2021 में इस रहस्यमयी नहर की खुदाई नाम पर फिर जमा की जा रही है।