शोध छात्रों के यह भ्रम भी साफ कर लेना चाहिए कि वो शोध करके लेखक पर कोई अहसान करते हैं। पीएचडी के दम पर स्थापित होने वाले लेखक आम तौर पर आला दर्जे के लेखक नहीं होते।