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हिम्मत न हार,कर इंतज़ार, लौट जाएगा घर को , ये रात जा रही है, वो सुबह आ रही है,

हिम्मत न हार,कर इंतज़ार, लौट जाएगा घर को , ये रात जा रही है, वो सुबह आ रही है,

शहर को तराशने गया था मैं साहब । आँसू बेचकर घर लौटना पड़ा हैं । हिम्मत न हार,कर इंतज़ार, लौट जाएगा घर को , ये रात जा रही है, वो सुबह आ रही है । समय थोड़ा ज्यादा लगा...

30 May 2020 4:31 PM IST