नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में कटौती नहीं की है. इससे लोन की ईएमआई घटने की उम्मीद फिलहाल खत्म हो गई है. इससे बैंकों से घर या गाड़ी खरीदने के लिए लोन लेना फिलहाल सस्ता नहीं होगा. रेपो रेट में एक चौथाई फीसदी कमी की उम्मीद की जा रही थी. केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक मंगलवार को शुरू हुई थी. इस बैठक के नतीजों का एलान गुरुवार को हुआ. रेपो वह रेट है, जिस पर आरबीआई दूसरे बैंकों को कर्ज देता है।
एमपीसी की बैठक आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में हुई. एमपीसी के सभी छह सदस्यों ने एक राय से रेपो रेट में कटौती नहीं करने का फैसला किया. रेपो रेट 5.15 फीसदी पर बरकरार है. इस पर ज्यादातर जानकारों ने हैरानी जताई है। ज्यादातर सर्वे में जानकारों ने रेपो रेट में एक चौथाई फीसदी कटौती की उम्मीद जताई गई थी. इस साल अब तक केंद्रीय बैंक रेपो रेट में पांच बार कमी कर चुका है।