Paytm Share Crash: पेटीएम में आखिर क्यों मचा 'हाहाकार', 11% लुढ़ककर पहली बार 500 रुपये के नीचे भाव

Paytm Share Crash: Paytm Share Down: गुरुवार (7 दिसंबर 2023) को शेयर मार्केट खुलते ही पेटीएम के शेयरों में 20 प्रतिशत की गिरावट हुई है। बता दें कि लगातार सात कारोबारी सत्र से जारी तेजी गुरुवार को रुक गई और मार्केट लाल रंग के निशान पर खुला।

Update: 2023-12-07 08:01 GMT

Paytm Share Crash: गुरुवार (7 दिसंबर 2023) को शेयर मार्केट खुलते ही पेटीएम के शेयरों में 20 प्रतिशत की गिरावट हुई है। बता दें कि लगातार सात कारोबारी सत्र से जारी तेजी गुरुवार को रुक गई और मार्केट लाल रंग के निशान पर खुला। और मार्केट खुलते ही पेटीएम शेयर 20 प्रतिशत का लोअर सर्किल लग गया और यह इसका दाम 645.45 रुपये पर पहुंच गया। बता दें कि इससे पहले यह शेयर 813.30 रुपये पर बंद हुआ था। जबकि पिछले 52 हफ्ते में यह शेयर 998.30 रुपये के हाई पर 20 अक्टूबर 2023 को पहुंचा था।

क्यों गिरे Paytm के शेयर

बता दें कि पेटीएम के शेयरों में यह गिरावट उस खबर के बाद हुई जिसमें कंपनी ने छोटे लोन देने में कमी करेगा। पेटीएम ने स्टॉक एक्सचेंज में जानकारी दी कि वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा पर्सनल लोन के नियमों को सख्त करने के बाद यह फैसला लिया गया है। पेटीएम ने एक्सचेंज में सूचना दी कि वह 50,000 रुपये से कम के पर्सनल लोन देने में कमी लाएगा। गौर करने वाली बात है कि देश में पर्सनल लोन की बढ़ती मांग और रिस्क को देखते हुए RBI ने कंज्यूमर लोन के नियमों को कड़ा कर दिया है।

पेटीएम ने कहा है कि वह 50,000 रुपये से ज्यादा के लोन के लिए ‘अच्छी मांग’ की उम्मीद कर रहा है। और कम रिस्क वाले व हाई-क्रेडिट के लिए योग्य ग्राहकों के लिए उच्च-टिकट पर्सनल और कमर्शियल कर्ज के अपने पोर्टफोलियो को एक्सपेंड करेगा। इसका मतलब हुआ कि पेटीएम छोटे साइज़ के लोन कम कर देगा।

स्मॉल साइज़ लोन कम करने की खबर के अलावा दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे का बाहर होना भी एक बड़ी वजह रही जिसके चलते पेटीएम के शेयरों में गिरावट आई। इन दोनों खबरों से निवेशकों के सेंटिमेंट पर असर पड़ा।

घरेलू शेयर बाजारों में जारी तेजी थमी

घरेलू बाजार सेंसेक्स और निफ्टी ने गुरुवार (7 दिसंबर 2023) को शुरुआती कारोबार में अपनी सात सत्र से जारी बढ़त खो दी। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के दबाव और एशियाई बाजारों से मिल रहे संकेतों के बीच बाजारों में गिरावट आई। विश्लेषकों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की गिरती कीमतें बाजारों को बल देने में विफल रहीं क्योंकि निवेशक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति के फैसले से पहले अपने शेयर बेचते नजर आए। बीएसई का 30 शेयर वाला सेंसेक्स 211.21 अंक या 0.30 प्रतिशत गिरकर 69,442.52 पर आ गया। निफ्टी भी 58.95 अंक या 0.28 प्रतिशत फिसलकर 20,878.75 पर पहुंचा।

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