बाजार में तबाही : देखते ही देखते ही डूब गए हजारो करोड़ रुपए, भारत में मची त्राहि-त्राहि!
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गया और इस वजह से ट्रेडिंग रोकनी पड़ी
दुनियाभर में कोरोना वायरस खतरनाक रूप ले चुका है. इस वजह से ग्लोबली शेयर बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी है.सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी 10 फीसदी से अधिक लुढ़क गया और इस वजह से ट्रेडिंग रोकनी पड़ी. गुरुवार को बाजार में आई ऐतिहासिक गिरावट के बाद आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार में फिर से जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। ना सिर्फ भारत, बल्कि दुनियाभर के बाजारों की हालत बुरी है।
अब शेयर बाजार में कारोबार 10.20 बजे से शुरू होगा. स्टॉक एक्सचेंज के नियमों के मुताबिक 1 बजे से पहले शेयर बाजार में फिर से 15 फीसदी तक की गिरावट आई तो 1.45 घंटे तक ट्रेडिंग रोक दी जाएगी. स्टॉक एक्सेंज की भाषा में अब 15 फीसदी का लोअर सर्किट होगा. यहां आपको बता दें कि शेयर बाजार में 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी जाती है.
बाजार में तबाही,
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 2,225.18 अंक यानी 6.79 फीसदी की ढलान के साथ 30,552.96 के स्तर पर खुला। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 699.55 अंक यानी 7.29 फीसदी की गिरावट के साथ 8,555.60 के निचले स्तर पर खुला। इसके बाद बाजार के खुलते ही सेंसेक्स 3,090.62 अंक यानी 9.43 फीसदी लुढ़ककर 29,388.97 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी में 966.10 अंक यानी 10.07 फीसदी की गिरावट के बाद 8,624.05 के स्तर पर पहुंच गया। सुबह 10:08 बजे सेंसेक्स 3,488.83 अंक यानी 10.64 फीसदी की ढलान के साथ 29,289.31 के स्तर पर था।
भारी गिरावट से वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहरा गई है। कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट का रुख है। ब्रेंट क्रूड वायदा पांच फीसदी टूटकर 34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। क्रूड में आई करीब तीन दशक की तेज गिरावट ने भी दुनिया के शेयर बाजारों का मूड बिगाड़ दिया है।