कोरोना वायरस की तपिश मे झुलसा "राजमा" भारतीय बाजार में आई तेजी

कोरोना वायरस के चलते चीन से पिछले एक माह में राजमा की नई आपूर्ति नहीं हुई है।

Update: 2020-02-16 06:10 GMT

नई दिल्ली। राजमा खाना काफी लोगों को पसंद होता है। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। राजमा छोटे बच्चों के लिए काफी बढ़िया होता है। यह खाने में नरम होता है जिसे बच्चे आसानी से चबा लेते हैं। इसे सब्जी के अलावा स्लाद और पराठों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। राजमा में काफी मात्रा में प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते है। दिल और दिमाग को सही काम करने में मदद के साथ शरीर को भी ऊर्जा देता है। 

लेकिन चीन के अलावा दुनिया के कई देशों में करोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है. चिंता सिर्फ बीमारी की वजह से नहीं है. कोरोना वायरस का असर कई तरह से पड़ा है. चीन से होने वाले कारोबार पर भी इसका असर पड़ा है करोनो वायरस की वजह से अब भारतीय बाजार में भी असर पड़ने लगा है। स्थानीय बाजार में एक महीने से चीन के राजमा की सप्लाई ठप होने से राजमा की कीमतों में 30-35 फीसदी तक इजाफा हो गया है। बाजार में पहले से स्टाक में रखा माल ही बिक रहा है।

कारोबारियों के अनुसार बाजार में राजमा की 80 फीसदी आपूर्ति चीन पर निर्भर है। इसके अलावा तुर्की से राजमा की आपूर्ति होती है लेकिन इस साल वहां फसल अच्छी नहीं होने से आयात कम हो पाया है। चीन में कोरोना वायरस का मामला सामने नहीं आया था, फुटकर बाजार में चीन का राजमा 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। अब इसके दाम बढ़कर 130-140 रुपये तक पहुंच गए हैं। इसी तरह थोक बाजार में 90 रुपये प्रतिकिलो के दाम बढ़कर 115 से 120 रुपये तक हो गए हैं।

फुटकर बाजार में भद्रवाह और डोडा का राजमा 150-160 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है। बाजार में ग्राहकों को चीन का राजमा पुराने स्टॉक से ही मिल पा रहा है। कोरोना वायरस के चलते चीन से पिछले एक माह में राजमा की नई आपूर्ति नहीं हुई है। थोक कारोबारियों का कहना है कि अगर अगले कुछ महीने तक कोरोना वायरस का खौफ इसी तरह बरकरार रहता है तो स्थानीय बाजार में राजमा के दाम आसमान छूने लगेंगे।     


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