TATA ग्रुप इंडिया में बनाएगा iphone, IT मंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी, मिली मंजूरी
टाटा ग्रुप के साथ विस्ट्रॉन फैक्ट्री के अधिग्रहण की डील को मंजूरी मिल गई है। ये फैक्ट्री कर्नाटक के साउथईस्ट में है। टाटा इस फैक्ट्री में ग्लोबल मार्केट के लिए iPhone 15 की मैन्युफैक्चरिंग करेगी।
Tata ग्रुप अब भारत में आईफोन बनाएगा। टाटा ग्रुप के साथ विस्ट्रॉन फैक्ट्री के अधिग्रहण की डील को मंजूरी मिल गई है। इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्नोलॉजी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि टाटा ग्रुप ढाई साल के अंदर डोमेस्टिक और ग्लोबल मार्केट के लिए भारत में ऐपल आईफोन बनाना शुरू कर देगा। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, "@GoI_MeitY ग्लोबल इंडियन इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के विकास में पूरी तरह से समर्थन में खड़ा है। ये उन ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड्स का समर्थन करेगा, जो भारत को अपना विश्वसनीय विनिर्माण और प्रतिभा भागीदार बनाना चाहते हैं। भारत को ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स पावर बनाने के पीएम मोदी के लक्ष्य को साकार करना चाहते हैं। विस्ट्रॉन का ऑपरेशन संभालने के लिए टाटा टीम को बधाई।"
2024 तक फोन होगा लॉन्च
विस्ट्रॉन फैक्ट्री कर्नाटक के साउथईस्ट में है। रिपोर्ट की मानें, तो मार्च 2024 तक विस्ट्रॉन इस फैक्ट्री से करीब 1.8 बिलियन डॉलर के Apple iPhone बनाएगी। टाटा इस फैक्ट्री में ग्लोबल मार्केट के लिए iPhone 15 की मैन्युफैक्चरिंग करेगी। विस्ट्रॉन फैक्ट्री का वैल्युएशन करीब 600 मिलियन डॉलर का है। इस डील को लेकर करीब एक साल से बातचीत चल रही थी। इस फैक्ट्री को आईफोन 14 मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जाना जाता है। इस फैक्ट्री में करीब 10,000 से ज्यादा लोग काम करते हैं।
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विस्ट्रॉन क्यों बिकी?
रिपोर्ट की मानें, तो विस्ट्रॉन को नुकसान हो रहा है। क्योंकि ऐपल के शर्तों के तहत कंपनी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. विस्ट्रॉन का कहना है कि ऐपल की तरफ से फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन के मुकाबले ज्यादा मार्जिन लिया जा रहा है। वही, चीन के मुकाबले भारत में अलग चुनौतियां है, जिससे भारत में कर्मचारियों के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में विस्ट्रॉन अपनी कंपनी बेचनी जा रही है। विस्ट्रॉन ने 2008 में इंडियन मार्केट में एंट्री की थी, तब कंपनी कई डिवाइसेस के लिए रिपेयर फैसिलिटी प्रोवाइड कराती थी। इसके बाद 2017 में कंपनी ने अपने ऑपरेशंस को एक्सपेंड किया और ऐपल के लिए आईफोन का प्रोडक्शन शुरू किया था।
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