नई दिल्ली: बीते दिनों मेसेजिंग प्लैटफॉर्म वॉट्सऐप से जुड़ी एक खामी सामने आई थी। इसकी वजह से यूजर्स के पर्सनल वॉट्सऐप नंबर गूगल सर्च में दिख रहे थे और कोई भी उनके नंबर चुरा सकता था या उन्हें मेसेज कर सकता था। वॉट्सऐप की ओर से इस खामी को अब दूर कर दिया गया है और इससे जुड़े कुछ डीटेल्स भी शेयर किए गए हैं। कुछ दिन पहले ही एक रिसर्चर की ओर से वॉट्सऐप के 'Click to Chat' फीचर में यह प्रॉब्लम ट्रेस की गई थी, जिसकी मदद से चैट के लिए लिंक क्रिएट किया जा सकता है।
रिसर्चर अतुल जयराम के मुताबिक, इस गड़बड़ी की वजह से करीब 3 लाख यूजर्स के फोन नंबर गूगल सर्च में दिख रहे थे। इसके लिए केवल 'site:we.me' सर्च करने होता था और फोन नंबर सिंपल टेक्स्ट में लिखे नजर आ जाते थे। जयराम का कहना था कि ऐसा गूगल की ओर से की जाने वाली इनडेक्सिंग के चलते हो रहा था क्योंकि वॉट्सऐप की ओर से सर्च इंजन कंपनी के वेब क्रॉलर से नंबरों को सेफ रखने या इग्नोर करने की एक्सट्रा लेयर नहीं सेट की गई थी। Tech Crunch के मुताबिक यह फीचर वेब एडमिनिस्ट्रिटेटर्स को मिलता है।
नहीं माना बाउंटी का हिस्सा
वॉट्सऐप ने TechCrunch से कहा था कि जयराम की ओर से पता लगाए गए इस बग के लिए उन्हें बग बाउंटी रिवॉर्ड नहीं दिया जाएगा क्योंकि उनकी रिसर्च में पब्लिकली अवेलेबल गूगल रिजल्ट्स ही शामिल हैं। वॉट्सऐप ने इस स्टेटमेंट में कहा, 'हम रिसर्चर की ओर से की गई रिपोर्ट की प्रशंसा करते हैं और उन्होंने इसे हमारे साथ शेयर किया गया है, हालांकि यह बाउंटी के लिए क्वॉलिफाइ नहीं करता है क्योंकि इसमें केवल सर्च इंजन इनडेक्स और यूआरएल शामिल हैं, जिन्हें वॉट्सऐप यूजर्स ने खुद पब्लिक करना चुना है।'
पहले भी दिखे थे ग्रुप लिंक
ऐसा पहली बार नहीं है जब वॉट्सऐप का डेटा गूगल के एल्गोरिद्म में दिखा है। इससे पहले भी करीब 470,000 वॉट्सऐप ग्रुप इनवाइट लिंक्स गूगल के इनडेक्स में मिले थे। कोई भी इन लिंक्स पर क्लिक कर वॉट्सऐप ग्रुप्स का हिस्सा बन सकता था। यह मामला तब सामने आया था, जब कई चैट ग्रुप्स 'न्यूड लाइव विडियोज' से जुड़े सामने आए थे और इनमें चाइल्ड सेक्स अब्यूज से जुड़े फोटो और क्लिप्स शेयर किए जा रहे थे। आखिरकार ऐसे इश्यूज को फिक्स कर लिया गया है और पर्सनल नंबर जैसा डेटा अब गूगल पर उपलब्ध नहीं है।