चुनाव से पहले फ्री राशन योजना को 5 साल तक आगे बढ़ाया- PM मोदी का ऐलान
चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुफ्त राशन योजना को आगे 5 साल तक बढ़ा दिया है। ऐसा उन्होंने छत्तीसगढ़ जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया है। शनिवार को दुर्ग में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ को अगले पांच साल के लिए बढ़ाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा- “मैंने निश्चय कर लिया है कि देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना को भाजपा सरकार अब अगले 5 साल के लिए और बढ़ाएगी।” प्रधानमंत्री मोदी ने इसके आगे कहा कि देश की जनता का प्यार और आशीर्वाद उन्हें हमेशा बड़े फैसले लेने की ताकत देता है।
गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना कोविड-19 के दौरान शुरू की गई थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस योजना कई बार आगे बढ़ा चुके हैं। कोरोना काल के बाद हुए हर चुनाव में इस योजना की चर्चा होती रही है। अब एक बार फिर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अगले 5 साल तक बढ़ाने का एलान कर दिया। अगले साल लोकसभा का चुनाव भी होने वाला है।
पीएम ने कहा – गरीबों को भूखे सोने नहीं दूंगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब कोरोना का मुश्किल भरा समय आया था, तब इस देश की गरीब जनता को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा था। गरीबों के सामने सबसे बड़ा संकट ये था कि वो खुद क्या खाएं और बच्चों को क्या खिलाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमने फैसला किया कि देश के गरीबों को भूखे रहने नहीं दूंगा। गरीबों को दो वक्त का भरपेट भोजन मिले, इसके लिए हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। जिसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
जातिगत जनगणना पर भी पीएम मोदी का निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान एक दिन पहले जारी हुए भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस संकल्प पत्र में महिलाओं, युवाओं और किसानों को खास तौर पर तरजीह दी गई है। उनकी जरूरतों का ख्याल रखा गया है। रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को गरीबों का सेवक बताया। जातिगत जनगणना पर भी निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल गरीबों को बांटने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन उनके लिए तो इस देश में सबसे बड़ी जाति गरीबों की है।