छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों के शव मिलने से हड़कंप, सुसाइड नोट के बाद खुला मौत का राज
आईजी ने बताया कि पुलिस को मौके से एक पत्र बरामद हुआ है.
छत्तीसगढ के दुर्ग जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक परिवार के पांच लोगों के शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी में फैल गई है. पाटन थाना क्षेत्र के बठेना गांव में हुई इस वारदात की पुष्टि पुलिस ने कर दी है. इस पूरी घटना को लेकर पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर इन पांच लोगों की मौत कैसे हुई. दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि राम बृज गायकवाड़, उनकी पत्नी जानकी बाई, बेटा संजू, बेटी ज्योति और दुर्गा का शव बरामद किया गया है.
फांसी पर लटका मिला बाप-बेटा का शव
सिन्हा ने बताया कि प्रथम दृश्टि से पूरा मामला आत्महत्या का लग रहा है, क्योंकि एक नोट भी बरामद किया गया है.उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि राम बृज और उनका बेटा अपने घर की छत पर फांसी पर लटके हुए हैं. इस सूचना के मिलने के बाद फौरन पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची. मौके पर पहुंचकर पिता और बेटे का शव बरामद किया गया. दोनों के शव टीन की छत वाले मकान में एक लोहे की छड़ से सहारे लटके हुए थे. जब पुलिस ने घर की तलाशी ली तो कोई और घर का सदस्य घर पर मौजूद नहीं था.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने जब घर के आस-पास की तलाशी ली. तो करीब ही खेत से 3 महिलाओं के शव मिले. तीनों शव बुरी तरह से जले हुए थे. स्थानीय लोगों की मदद से शवों की पहचान राम बृज की पत्नी और उनकी पुत्रियों के रूप में की गई.
मौके से मिला सुसाइड नोट
आईजी ने बताया कि पुलिस को मौके से एक पत्र बरामद हुआ है. जिसमें लिखा है कि हमारी मौत के लिए कोई भी दोषी नहीं है. पैसों की लेन देन की वजह से यह कदम उठाया गया है.
पुलिस इस मामले में हर एंगल पर कर रही है जांच
पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर मर्डर की आशंका जताई है. पुलिस का कहना है कि पिता और बेटे से पहले मां और बेटियों को मारकर शव को करीब ही पुआल में जला दिया गया और बाद में फांसी लगाकर आत्महत्या की गई है. पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आसूचना शाखा के पुलिस महानिरीक्षक और दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक को एक दल गठित कर मामले की जांच करने के आदेश भी दे दिए हैं.