'प्राइवेट मैनेजर की नौकरी से बेहतर सरकारी चपरासी…' IPS दीपांशु ने दिया दिल जीतने वाला जवाब

आईपीएस दीपांशु काबरा 1997 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वे 2005 में महासमुंद एसपी और 2010 में रायपुर के एसपी रहे।

Update: 2023-03-05 07:44 GMT

एक कवाहत है कि लोग अपने दुख से नहीं दूसरों के सुख से ज्यादा दुखी हैं। फिर बात चाहे पहनावे की हो या नौकरी की। नौकरी में सरकारी बनाम प्राइवेट की बात सबसे ज्यादा आम है। इसे समाज में प्रतिष्ठा से जोड़ा जाता है।

कुछ ऐसी ही बात सोशल मीडिया पर सेवकराम नाक के एक यूजर ने कर दी। उसने छत्तीसगढ़ के आईपीएस अफसर दीपांशु काबरा को टैग करते हुए लिखा कि प्राइवेट मैनेजर की नौकरी से अच्छा सरकारी चपरासी बनकर समाज की नजरों में चमकदार हीरा बनो। फिर क्या था? आईपीएस दीपांशु ने अपने खास अंदाज में जवाब दिया।

आईपीएस ने कहा- दोनों जॉब्स सम्मानजनक

आईपीएस ने लिखा कि मित्र मेरी नजर में दोनों ही बेहद सम्मानजनक जॉब्स हैं। आप जो भी बनना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं। बस कुछ अच्छा बनें। उनके इस जवाब ने कई लोगों का दिल जीत लिया है। लोग आईपीएस दीपांशु की तारीफ कर रहे हैं।

जानिए कौन हैं IPS दीपांशु?

आईपीएस दीपांशु काबरा 1997 बैच के आईपीएस अफसर हैं। वे 2005 में महासमुंद एसपी और 2010 में रायपुर के एसपी रहे। 2020 में बिलासपुर का आईजी बनाया गया। 2021 में काबरा को जनसंपर्क आयुक्त बनाया गया। दीपांशु की गिनती छत्तीसगढ़ में तेज तर्रार अधिकारियों के रूप में होती है।

वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनके 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। उनकी शुरुआती शिक्षा नागपुर से हुई है।

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