आखिर पुलिस के सामने ब्रजभूषण शरण सिंह को होना पड़ा पेश, छह टीमें गठित, चार महिला पुलिस अधिकारियों ने की पूछ ताछ जानिए क्या हुई बात
रमेश शर्मा
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण सिंह और महिला पहलवानों के बीच चल रहे विवाद में अब पुलिस जांच शुरू हो गई है। सात महिला पहलवानों द्वारा ब्रज भूषण सिंह के खिलाफ पुलिस में पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज होने के लगभग एक पखवाड़े बाद आज ब्रज भूषण शरण सिंह पुलिस के सामने पहुंच गए जहां चार महिला पुलिस अधिकारियों सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने ब्रज भूषण शरण सिंह से प्रारंभिक पूछताछ की तथा उनसे कुछ दस्तावेज पेश करने को कहा है।
पहलवानों की शिकायत पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बयान दर्ज किया गया और कुछ दस्तावेज मांगे गए हैं। प्रथम पूछताछ के दौरान बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकार दिए जाने की जानकारी मिली है। पूरे मामले में चार महिला पुलिस अधिकारियों सहित अन्य छह पुलिस टीमों के साथ एसआईटी का गठन भी किया गया है। एक महिला डीसीपी की देखरेख में दस अधिकारियों की टीमें जांच में जुटी है। जांच के दौरान पुलिस ने डब्ल्यूएफआई एक सहायक सचिव स्तर के अधिकारी विनोद तोमर के बयान भी दर्ज किए है। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दी गई एफआईआर में विनोद तोमर भी आरोपी बताए गए हैं।
यह बात दोहराने की आवश्यकता नहीं है की ब्रज भूषण शरण सिंह और महिला पहलवानों के बीच पिछले लगभग 2 माह से भी अधिक समय से विवाद चल रहा है। दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवान धरने पर बैठी थी जिन के बाद उनके समर्थन में अन्य लोगों के अलावा कई राष्ट्रीय खिलाड़ी धरने पर पहुंचे थे। लगभग एक सप्ताह पहले ही किसान नेता टिकैत भी धरने में शामिल हो गए।। इस बीच बृजभूषण शरण सिंह में एक वीडियो जारी कर कहा था कि कुछ उद्योगपति इस मामले को पीछे से तूल दे रहे हैं।
उन्होंने इतना भी कहा था कि धरनार्थियों का निशाना वे खुद नहीं बल्कि पार्टी को बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोपों का खंडन भी किया था। इतना ही नहीं सिंह ने यह भी कहा था कि यदि जंतर मंतर पर धरना समाप्त होता है वे त्यागपत्र भी देने को तैयार हैं। मगर बात नहीं बनी और मामला बढ़ता गया। दिल्ली पुलिस में ब्रज भूषण शरण सिंह के विरुद्ध पोक्सो एक्ट में मामले दर्ज हुए लेकिन वे पुलिस के सामने पेश नहीं हुए थे। पुलिस मैं बयान दर्ज होने के बाद आगे क्या कुछ नया सामने आएगा यह विभिन्न स्तर पर की जा रही जांच के बाद ही पता चल पाएगा।