महाराष्ट्र के बाद यूपी, बिहार और दिल्ली में भी कोरोना वायरस की दहशत, ये हैं वायरस के लक्षण
कोरोना वायरस की वजह से रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन तंत्र में हल्का इंफेक्शन हो जाता है जैसा कि आमतौर पर कॉमन कोल्ड यानी सर्दी-जुकाम में देखने को मिलता है।
खतरनाक कोरोना वायरल चीन के बाद बाकी देशों में अपने पैर फैलाना शुरू कर दिया है। इसे लेकर हर देश सतर्क है। वहीं चीन के वुहान प्रांत में फैले जानलेवा कोरोना वायरस को लेकर चंडीगढ़ में भी एडवाइजरी जारी कर दी गई है। यूटी प्रशासन ने इससे बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी करते हुए खास तौर पर होटल संचालकों को सतर्क रहने को कहा है।
फिलहाल मुंबई में कोरोन वायरस के चार और पुणे में 2 मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. महाराष्ट्र सरकार के स्वास्थ विभाग ने बताया कि नए कोरोना वायरस मामले में मुंबई के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संक्रमित इलाकों से आने वाले मुसाफिरों की जांच शुरू कर दी गई है.
26 जनवरी 2020 तक 3756 मुसाफिरों की जांच की जा चुकी है. प्रभावित क्षेत्र से आए मुसाफिरों में से 15 मुसाफिर महाराष्ट्र के हैं. इन मुसाफिरों में से 6 मुसाफिरों में बुखार, सर्दी और खांसी जैसे लक्षण मिलने के कारण उन्हें विलगिकरन कक्ष में भर्ती किया गया इनमें से 4 लोगों के सैंपल पुणे के एनआईव्ही लैब को भेजे गए, जिनमें 3 निगेटिव पाए गए हैं. बाकी 1 का सैंपल पुणे के लैब में सोमवार को भेजा गया जिसकी रिपोर्ट आज यानी मंगलवार को आने की संभावना है
इस वायरस की दहशत उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब दिल्ली तक भी पहुंच गई है। कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका में तीन लोगों को आरएमएल अस्पताल के अलग वॉर्ड में निगरानी में रखा गया है। आरएमएल अस्पताल में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मीनाक्षी भारद्वाज ने बताया कि अस्पताल में भर्ती इन तीन मरीजों की उम्र 24 से 48 वर्ष के बीच की है। उन्हें सोमवार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था और उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। इनमें से दो व्यक्ति दिल्ली के निवासी हैं।
Dr. Minakshi Bhardwaj, Medical Superintendent, Dr. Ram Manohar Lohia Hospital, Delhi: 3 suspected cases of #coronavirus have been reported at the hospital. The patients have been kept in isolation for further treatment pic.twitter.com/R2mOY71Saj
— ANI (@ANI) January 28, 2020
बिहार से कोरोना वायरस के चार जबकि उत्तर प्रदेश से एक संदिग्ध मरीज मिला है। इनमें चीन से 22 जनवरी को लौटी सारण जिले की मेडिकल छात्रा भी शामिल है। चीन के तिआन्जिन प्रांत से छपरा आई शोध छात्रा को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एकांत वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा दो संदिग्ध सीतामढ़ी और एक मुजफ्फरपुर का निवासी है। मुजफ्फरपुर निवासी संदिग्ध का चीन से लौटने के बाद दिल्ली में इलाज चल रहा है। वहीं, सीतामढ़ी निवासी एक अन्य मरीज अभी चीन में ही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीन में फैले कोरोना वायरस के मद्देनजर अधिकारियों को सतर्कता बरतने के खास निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए दिए। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि हर जिला अस्पताल एवं मेडिकल कालेज में दस बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएं। इंडो-नेपाल स्पेशल बार्डर पर कड़ी सतर्कता बरती जाए। वहीं, उत्तर प्रदेश के महराजगंज के एक छात्र चीन से घर वापस आया और शनिवार देर रात अधिकारी जांच के लिए उसे जिला अस्पताल ले आए। उसे एकांत वार्ड में निगरानी में रखा गया है।
Chief Minister Yogi Adityanath held a meeting with state health department officials on #Coronavirus, yesterday. He directed the officials to set up 10-bed isolation ward in every district hospital and medical college in the state. (File pic) pic.twitter.com/Eh4rie54Hx
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2020
कोरोना वायरस इंफेक्शन के लक्षण
कोरोना वायरस की वजह से रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन तंत्र में हल्का इंफेक्शन हो जाता है जैसा कि आमतौर पर कॉमन कोल्ड यानी सर्दी-जुकाम में देखने को मिलता है। हालांकि इस बीमारी के लक्षण बेहद सामान्य हैं और कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से पीड़ित न हो तब भी उसमें ऐसे लक्षण दिख सकते हैं। इसलिए लक्षणों के आधार पर डरने की कोई जरूरत नहीं। फिर भी इसका ध्यान रखें।
इस वायरस के लक्षण
नाक बहना, सिर में तेज दर्द, खांसी और कफ, गला खराब, बुखार, थकान और उल्टी महसूस होना, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस, सांस लेने में तकलीफ ।
कोरोना वायरस को फैलने से ऐसे रोकें
बीमार मरीजों की सही तरीके से देखभाल की जाए रेस्पिरेटरी यानी सांस से जुड़ी बीमारी के लक्षण किसी में दिखें तो उससे दूर ही रहें। जिन देशों या जगहों पर इस बीमारी का प्रकोप फैला है, वहां यात्रा करने से बचें। हाथों को अच्छी तरह से धोएं और हाथों की सफाई का पूरा ध्यान रखें। खांसी या छींकते वक्त अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह से ढककर रखें।
अपने हाथ और उंगलियों से आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छूएं। सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक यातायात के साधनों में कुछ भी छूने या किसी से हाथ मिलाने से बचें।