दिल्ली में कोरोन को लेकर अमित शाह और केजरीवाल की मीटिंग खत्म, गृहमंत्री दिखे एक्शन दिया ये मेगा प्लान
राजधानी में कोरोना को रोकने का मेगा प्लान : मरीजों के लिए दिल्ली को मिलेंगे 500 रेलवे कोच, 2 दिन में दोगुनी होगी टेस्टिंग
दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना वायरस संक्रमण और मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रविवार सुबह बुलाई गई दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हाईलेवल बैठक खत्म हो गई है।
करीब 1 घंटे 20 मिनट तक चली इस बैठक में महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे सरकारी इंतजामों की समीक्षा की गई। साथ ही आगे उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार किया गया। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और एम्स के डायरेक्टर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके अलावा अमित शाह शाम को अलग से दिल्ली के तीनों नगर निगमों और निगम आयुक्तों के साथ भी बैठक करेंगे।
ग्रहमंत्री अमित शाह दिखे एक्शन में
1.दिल्ली में 2 दिन में टेस्टिंग डबल की जाएगी। 6 दिन में टेस्टिंग तीन गुना होगी।
2.प्राइवेट अस्पताल में ज़्यादा फीस पर 2 दिन में कमेटी देगी रिपोर्ट
3.दिल्ली को तुरंत 500 कोविड कोच मिलेंगे जिससे 8000 बेड बढ़ेंगे
4.हर घर स्वास्थ्य सर्वे होगा
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेल्वे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है। इन रेलवे कोच से न सिर्फ दिल्ली में 8000 बेड बढ़ेंगे बल्कि यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी सुविधाओं से लेस होंगे। दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी व दिशा निर्देश देने के लिए मोदी सरकार ने AIIMS में Telephonic guidance के लिए वरिष्ठ डॉक्टर्स की एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। जिससे नीचे तक सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों का संचार किया जा सके। इसका हेल्पलाइन नं. कल जारी हो जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि इन सभी प्रमुखों निर्णयों के साथ आज की बैठक में कई और निर्णय लिए गए। साथ ही केंद्र व दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग, सभी सम्बंधित विभाग व् एक्सपर्ट्स को आज किये गए सभी निर्णय नीचे तक अच्छे से अमल हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, केजरीवाल 17 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी बैठक करेंगे। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि लगातार जारी है। शनिवार लगातार दूसरे दिन दो हजार से अधिक नए पॉजिटिव मामले सामने आने के साथ ही दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 39 हजार के करीब पहुंच गई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, राजधानी में शनिवार को 2,134 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 38,958 हो गई जबकि मौत के 57 नए मामलों के साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,271 हो गया।
यह दूसरा दिन है जब एक ही रोज में संक्रमण के मामले दो हजार से अधिक पाए गए हैं। इससे पहले, शुक्रवार को 2,137 मामले सामने आए थे। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के लिहाज से महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद देश में दिल्ली तीसरे स्थान पर है।
गौरतलब है कि शनिवार को गृहमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी गई थी। ट्वीट में कहा गया था कि गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के संदर्भ में स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और एसडीएमए के सदस्यों के साथ 14 जून को सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। एम्स के निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
इसके बाद आज शाम पांच बजे गृहमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन कोविड-19 के संबंध में नगर निगम की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए दिल्ली की तीनों नगर निगमों के महापौरों के साथ भी बैठक करेंगे। इस बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एम्स के डायरेक्टर और तीनों नगर निगमों के आयुक्त और केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
राजधानी में कोविड-19 की स्थिति से निपटने के तरीकों और अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड्स की उपलब्धता नहीं होने व प्रयोगशालाओं में जांच में आ रही मुश्किलों को लेकर अलग-अलग वर्गों द्वारा आलोचना हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को शहर की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिल्ली की अस्पतालों की स्थिति बेहद भयावह है और कोविड-19 मरीजों के पास शव रखे दिख रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने कहा कि वह पूरे सम्मान और ईमानदारी के साथ सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों को स्वीकार करती है और दिल्ली सरकार सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने और प्रत्येक कोविड-19 मरीज के लिए हरसंभव इलाज सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है।
अनिल बैजल ने भी कोविड-19 प्रबंधन योजना और राजधानी में स्वास्थ्य ढांचे को और सुदृढ़ बनाने पर सुझाव देने के लिए छह सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया है।
बैजल ने हाल में दिल्ली सरकार के उस फैसले को पलट दिया था जिसमें कहा गया कि दिल्ली के अस्पतालों के बेड्स और जांच सिर्फ दिल्लीवालों के लिए हैं और जांच भी उन मरीजों की होगी जिनमें लक्षण नजर आएंगे।
बैजल की परामर्श कमेटी में आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स और कमल किशोर, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, डीजीएचएस के अतिरिक्त डीडीजी डॉ. रवींद्रन और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक सुरजीत कुमार सिंह शामिल हैं।